विपक्षी दलों की बैठक में मणिपुर हिंसा पर भी होगी चर्चाः एनसीपी प्रमुख शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा कि पटना में आज होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में हिंसा प्रभावित मणिपुर की मौजूदा हालात समेत उन सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी, जो देश के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. पटना के लिए रवाना होने से पहले पुणे में पवार ने कहा, “हम मणिपुर की मौजूदा स्थिति समेत उन कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिनसे देश जूझ रहा है.वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर आज विपक्षी एकता के लिए पटना में आज होने वाली महाबैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा-एनडीए के मुकाबले देश को विपक्ष का विकल्प देने की दिशा में बेशक चर्चा का मुख्य एजेंडा रहेगा। मगर यह भी हकीकत है कि विपक्ष की व्यापक गोलबंदी को परवान चढ़ाने में विपक्षी खेमे के दलों का कई मुद्दों पर आपसी अंतर्विरोध सबसे बड़ी बाधा है। इसलिए पहली बैठक में विपक्षी पार्टियों के शीर्षस्थ नेताओं के बीच न केवल इस अंतर्विरोध को थामने पर चर्चा होगी, बल्कि इससे जुड़े बिंदुओं को लेकर एक न्यूनतम राजनीतिक सहमति बनाने की पहल की जाएगी।विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर अंतर्विरोध का सबसे ताजा उदाहरण दिल्ली की सरकारी सेवाओं को अपने अधीन लेने के लिए केंद्र सरकार की ओर से जारी किया गया अध्यादेश है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कांग्रेस को छोड़कर तमाम क्षेत्रीय पार्टियों के प्रमुखों से मिलकर अध्यादेश का विरोध करने की हामी भरवा चुके हैं। दिल्ली और पंजाब में आप के साथ सीधी प्रतिद्वंदिता के चलते यहां की प्रदेश कांग्रेस इकाईयां केजरीवाल के साथ किसी तरह की राजनीतिक साझेदारी के खिलाफ हैं। इस वजह से कांग्रेस ने अध्यादेश का विरोध करने का खुला ऐलान नहीं किया है।