विपक्षी दलों की बैठक में तनाव,सीएम केजरीवाल ने कहा- अध्यादेश पर रुख साफ करे कांग्रेस
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के खिलाफ मजबूत मोर्चेबंदी के लिए विपक्षी दलों का पटना में पहली बार महाजुटान हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार के आवास पर विपक्ष की बैठक चल रही है। वही आपको बता दें कि इस महाजुटान के विपक्षी एकता बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना यूबीटी अध्यक्ष, झामुमो नेता हेमंत सोरेन, टीएमसी चीफ ममता बनर्जी, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल, पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती, वाम लीडर दीपांकर भट्टाचार्य, डी राजा समेत अन्य नेता मौजूद हैं। हालांकि आपको बताते चलें कि ऐसा बताया जा रहा है कि बैठक में बीजेपी के खिलाफ देशव्यापी गठबंधन पर चर्चा होगी। नीतीश के ‘एक के खिलाफ एक’ फॉर्मूले पर भी मंथन होगा। सीट बंटवारे, गठबंधन का नाम और अन्य मुद्दों पर भी विपक्षी नेता बातचीत करेंगे। दरअसल आपको जानकारी देते चले कि सभी नेता अपने-अपने एजेंडे भी मीटिंग में रखेंगे, जिस पर माथापच्ची होने के आसार हैं। बैठक बाद सभी नेता साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी ने बैठक में सभी दलों के नेताओं से कहा कि वे अपनी महत्वाकांक्षा छोड़ेंगे तभी बीजेपी से लड़ सकेंगे। वही दुसरी तरफ बता दें कि इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को दो टूक जवाब दिया है। दरअसल, केजरीवाल ने गुरुवार को कहा था कि अगर कांग्रेस ने राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ AAP को समर्थन देने का वादा नहीं किया तो उनकी पार्टी पटना में होने वाली बैठक के बाद होने वाले निर्णय से वाक आउट कर देगी।