जेडीयू विधायकों से मिलेंगे सीएम नीतीश कुमार,कई MLA को बुलाया सीएम हाउस
बिहार के मुख्यमंत्री तथा जदयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार शुक्रवार को एक अणे मार्ग में पार्टी के कई विधायकों से मिलेंगे। डॉ. संजीव समेत कुछ और विधायकों इस मुलाकात को लेकर बुलावा गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इन दिनों मुख्यमंत्री अपने दल के विधायकों से बारी-बारी मिल रहे हैं। इस क्रम में बुधवार को शालिनी मिश्रा और अजय चौधरी ने भी उनसे भेंट की थी। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री विधायकों से उनका हाल-चाल ले रहे हैं। विकास कार्यों तथा लोगों की प्रतिक्रियाओं से जुड़ा फीडबैक भी लिया जा रहा है। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर बीते दिनों विपक्षी एकता बैठक पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि 20 पार्टियों के नेता इकट्ठा हुए। ये सभी वे ही हैं जिन्होंने 2014 तक 20 लाख करोड़ रुपये का घोटाला किया। इतना बड़ा घपला करने वालों के साथ नीतीश सत्ता हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। बिहार जय प्रकाश नारायण की भूमि है। लेकिन नीतीश कुमार सत्ता के लिए सारे सिद्धांतों को छोड़ रहे हैं, क्या उनपर भरोसा कर सकते हैं? नीतीश की राजनीति की शुरुआत इंदिरा गांधी की खिलाफत से हुई, लालू के चारा घोटाला का विरोध किया और अब किस मुंह से वे आरजेडी और कांग्रेस के साथ बैठकर मुंगेर और लखीसराय की जनता के सामने आएंगे। वही दुसरी तरफ बता दें कि अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस 20 साल से उनकी लॉन्चिंग की कोशिश कर रही है, लेकिन फेल हुई। जो लोग सत्ता के लिए लालू और कांग्रेस के साथ जा रहे हैं। उन्हीं के कारण गुंडाराज, बालू एवं शराब माफिया का राज बढ़ रहा है। कानून व्यवस्था की स्थिति चरमराती जा रही है। दूसरी ओर, मोदी के नेतृत्व में एनडीए एकजुट होकर जनता के साथ है। 2024 में जनता को तय करना है कि 20 बार फेल लॉन्चिंग वाले राहुल गांधी चाहिए या नरेंद्र मोदी चाहिए । वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार के लोग इंतजार कर रहे हैं कि कब चुनाव आए और राज्य की सभी 40 सीटें मोदी को देकर नीतीश का खाता न खुलने दें। 2014 के चुनाव में मुंगेर लोकसभा सीट पर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह को एनडीए के उम्मीदवार ने एक लाख वोटों से हराया था। दोबारा यही होगा। बिहार की जनता की मन बना लिया है कि अब बिहार में सिर्फ बीजेपी का ही राज होगा। चाहे 24 हो या 25, सत्ता बीजेपी की होगी। वही बता दें कि गिरीराज सिंह ने कहा कि 23 जून को विपक्ष की बैठक हुई। उसमें बाप चाह रहा था बेटा मुख्यमंत्री बने। सीएम चाह रहा था कि मेरा संयोजक का नाम घोषित करे। जब नाम घोषित नहीं हुआ तो लालू यादव ने कहा कि शादी राहुल गांधी की होगी और वो दूल्हा बनेंगे। 23 जून की बैठक में छक्के पंजे की लड़ाई देखने को मिली।केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भारत माता की जय, जय श्रीराम और बजरंग बली की जय साथ अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हमने सोचा नहीं था कि देश से धारा 370 हटेगी, राम मंदिर बनने के बारे में सोचा नहीं था, लेकिन अमित शाह की वजह से यह संभव हुआ है। अब कॉमन सिविल कोड आ रहा है। इसके आने से सनातन धर्म ऊंचाई पर चला जाएगा।