नंबर गेम में BJP आगे,NDA का बढ़ा कुनबा,सीट शेयरिंग बनेगी सिरदर्द
लोकसभा चुनाव के लिए बिछ रही सियासी बिसात पर सत्तापक्ष और विपक्ष ने अपने-अपने दांव चल दिए हैं. एक तरफ विपक्ष की 26 पार्टियों ने मंगलवार को इंडियन नेशनल डेवेलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस का गठन किया तो दूसरी तरफ बीजेपी ने 38 दलों के साथ बैठक कर शक्ति प्रदर्शन किया. इस तरह गठबंधन के नंबरगेम नैरेटिव में बीजेपी ने छोटे-छोटे दलों को जोड़कर NDA का कुनबा जरूर बढ़ा लिया है, लेकिन 2024 के चुनाव में सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग करना आसान नहीं होगा. इतना ही नहीं एनडीए के साथ जुड़े छोटे-छोटे दलों को चुनावी किस्मत आजमाने के लिए क्या सीटें भी मिल पाएंगी या फिर गठबंधन का हिस्सा ही बने रहेंगे?एनडीए की मंगलवार को दिल्ली में हुई बैठक में बीजेपी सहित 39 दलों के नेताओं ने शिरकत किया. एनडीए में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजीत), अपना दल (एस), एलजेपी (पारस), एलजेपी (रामविलास), सुभासपा, निषाद पार्टी, आजसू, एआईएडीएमके, जेजेपी, एनपीपी, एनडीपीपी, एसकेएम, आरपीआई, पीएमके, आईएमकेएमके, एमएनएफ, एनपीएफ, आईपीएफटी (त्रिपुरा), बीपीपी, एमजीपी, एजीपी, निषाद पार्टी, यूपीपीएल, केरल कांग्रेस (थामस), हम, एआईआरएनसी, जनसेना, यूडीपी, टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस), शिरोमणि अकाली दल सयुंक्त, आरएलएसपी, बीडीजेएस (केरल), गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट, जनातिपथ्य राष्ट्रीय सभा, यूडीपी, एचएसडीपी, प्रहार जनशक्ति पार्टी और जन सुराज पार्टी हैं. इस तरह बिहार से लेकर महाराष्ट्र और असम तक एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे का पेच फंस सकता है?