गुजरात में भाजपा की मुश्किलें बढ़ी,प्रदीप सिंह वाघेला ने महामंत्री पद से दिया इस्तीफा
गुजरात में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के प्रदेश महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला ने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। प्रदीप राज्य में प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के बाद दूसरे ताकतवर नेता हैं। खास बात यह है कि प्रदीप सिंह वाघेला ने 7 दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था और इस इस्तीफे को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने स्वीकार भी कर लिया है। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर आज बीजेपी के चाणक्य अमित शाह ओडिशा के दो दिवसीय दौरे पर हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कल रात भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया है।हवाई अड्डे पर पार्टी कार्यकर्ता और प्रशंसक पारंपरिक वाद्ययंत्रों और नृत्य के साथ एकत्र हुए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल और भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता सारंगी प्रमुख उपस्थित रही है। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों से दिल्ली की गद्दी पर कौन बैठेगा यह तय होता है। इसलिए भाजपा यूपी सभी सीटों पर फोकस कर रही है। वहीं लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के हाथ से खिसक गई 14 लोकसभा सीटों पर भी पार्टी की नजर हैं। आने वाले चुनाव में पार्टी इन सीटों पर भी भाजपा का परचम लहराना चाहती है। विपक्ष ने जहां लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आइएनडीआए गंठबंधन तैयार किया है वहीं भाजपा भी पूरी ताकत के साथ तैयारियों में जुटी है। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरे दमखम के साथ अपनी तैयारियों में जुट गई है. बीजेपी का फोकस उत्तर प्रदेश पर है, क्योंकि 2014 और 2019 में देश की सत्ता में काबिज होने में इसी राज्य की अहम भूमिका रही है. पीएम मोदी पूर्वांचल के काशी से सांसद हैं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी इसी इलाके के गोरखपुर से आते हैं. यही वजह है कि बीजेपी के लिए पूर्वांचल काफी अहम हो जाता है, जिसके चलते ही पार्टी ने अपने दुर्ग को बचाए रखने के लिए जातीय आधार वाले दलों के साथ हाथ मिलाया है. ऐसे ही दक्षिण भारत में भी बीजेपी अपने सियासी समीकरण को मजबूत करने में जुटी है. इसी कड़ी में अब एनडीए सांसदों के साथ मंथन का सिलसिला भी शुरू हो गया है.