पीएम ने मणिपुर पर शांति की अपील नहीं की है: राजद का केंद्र सरकार पर हमला
लोकसभा में दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा है कि शांति और न्याय की गारंटी की जो अपील पीएम की ओर से होनी चाहिए थी, वह नहीं हुई. लगभग 1.45 घंटे के बाद, मणिपुर पर शब्द आए, वो भी 2.30 या 3 मिनट के लिए. उन्होंने संसद के बाहर 30 सेकंड तक भाषण दिया है। वही दुसरी तरफ बता दें कि संसद के मानसून सत्र का आज अंतिम दिन है। सत्र का ज्यादातर समय मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। वहीं, मोदी सरकार के खिलाफ संसद में विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव बीते दिन गिर गया। वही दूसरी तरफ बता दें कि कल अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा था कि कांग्रेस के राज में नॉर्थ ईस्ट के साथ सौतेला व्यवहार किया गया, जिसके नतीजे देखने को मिल रहे हैं. मणिपुर हिंसा पर पीएम ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद पक्ष-विपक्ष में जो चीजें हुईं, उसके बाद हिंसा का दौर शुरू हुआ. इस दौरान महिलाओं के खिलाफ अपराध भी बढ़े हैं, जो निंदनीय हैं. लेकिन मणिपुर को मैं भरोसा दिलाता हूं कि देश आपके साथ है और जल्द ही यहां पर शांति स्थापित भी की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में राहुल गांधी पर भी तंज कसा और कहा कि कुछ लोगों को बार-बार लॉन्च करने की कोशिश की जाती है, उन्हीं नेताओं ने भारत माता की मुत्यु की कामना की है। वही इधर बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की इस सत्र में सदन में वापसी हुई, 2 साल की सजा पर लगी रोक के बाद राहुल गांधी वापस आ पाए. तब कांग्रेस की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत के लिए राहुल गांधी का ही नाम दिया गया, लेकिन ऐन मौके पर गौरव गोगोई ने इसकी शुरुआत की. हर किसी को राहुल गांधी की स्पीच का इंतजार था, उन्होंने चर्चा के दूसरे दिन अपनी बात कही और मणिपुर के मसले पर जमकर निशाना साधा.