चाचा-भतीजा के मुलाकात पर देवेंद्र फडणवीस दिखे नाराज,नहीं दिया कोई रिएक्शन
बीते कुछ समय से महाराष्ट्र की राजनीति में चल रहे उथल-पुथल का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में खबर आई कि एक दूसरे के विरोधी हो चुके एनसीपी नेता शरद पवार और अजीत पवार के बीच सीक्रेट मीटिंग हुई है। इस मुलाकात की खबर से बाद कई सियासी अटकलें लगाई जा रही थीं। अब शरद-अजीत की मुलाकात पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का भी बयान सामने आ गया है। संभाजी नगर में मीडिया से बातचीत करते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्हें शरद-अजीत के बीच मुलाकात की जानकारी नहीं है। मुलाकात हुई है या नहीं हुई है, कितने समय हुई है, इस संबंध में कोई भी जानकारी उनके पास नहीं है।
इसलिए वो कुछ बता नहीं सकते।महाराष्ट्र के मंडल और आयोगों के वितरण के संबंध में फडणवीस ने कहा कि उन्होंने एक समन्वय समिति बनाई है। ये बात समन्वय समिति तय करेगी कि मंडल दिया जाए। समन्वय समिति फार्मूला तय करेगी कि किसको कौन सा मंडल और आयोग देना है। लेकिन फिलहाल अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है। अजित पवार को महाराष्ट्र की सत्ता में आए एक महीने से ज्यादा समय हो गया है। उन्होंने 2 जुलाई को एनसीपी पार्टी में बगावत कर दी थी और भाजपा-शिवसेना से जा मिले थे। अजित के साथ छगन भुजबल, धनंजय मुंडे समेत एनसीपी के आठ अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी। रिपोर्ट की मानें तो अब अजित पवार और शरद पवार के बीच एक बिजनेसमैन के घर पर मीटिंग हुई है। दोनों नेताओं ने आधे घंटे तक मुलाकात और चर्चा की। बगावत के बाद से चाचा-भतीजे कई दौर की बैठक कर चुके हैं। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में इन मुलाकातों को लेकर कई तरह की अटकलों का दौर जारी है।