शरद पवार को फिर लग सकता है बड़ा झटका,जयंत पाटिल अपने समर्थकों के साथ अजीत पवार गुट में हो सकते हैं शामिल!
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल के भाई से प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की. पूछताछ को लेकर जयंत पाटिल का कहना है कि कंपनी से जुड़ी कुछ जानकारी ईडी को चाहिए थी, जिसके लिए उनके भाई को बुलाया गया. उन्होंने यह भी बताया की चार दिन पहले उनके भाई ईडी के पास गए और एजेंसी को जो जानकारी चाहिए थी, वह उनको मुहैया कराई. यह पूछताछ ऐसे समय पर हो रही है जब जयंत पाटिल के अजित पवार गुट में शामिल होने की चर्चाएं हैं.पाटिल परिवार से जुड़े दो मामलों की ईडी जांच कर रही है. सांगली में राजारामबापू सहकारी बैंक लिमिटेड ( RSBL) में 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के ट्रांसजेक्शन से जुड़ा एक मामला है और दूसरा मामला, इंफ्रास्ट्रक्टर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (IL&FS) से जुड़े फ्रॉड का है. RSBL बैंक का नाम जयंत पाटिल के पिता राजारामबापू पाटिल के नाम पर है।
RSBL मामले में ईडी ने पंप बनाने वाली कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव के बयान दर्ज कर लिए हैं. इस कंपनी के अकाउंट्स RSBL में हैं. वहीं, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार और डिप्टी सीएम अजित पवार के बीच पुणे में हुई सीक्रेट मीटिंग ने महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी हैं. इसे लेकर जयंत पाटिल ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि चाचा-भतीजे के बीच क्या बातचीत हुई. पाटिल ने यह भी कहा कि यह कोई सीक्रेट मीटिंग नहीं थी. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्हें इस तरह की बैठक की कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने ने संवाददाताओं से कहा कि वह इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकते।