बिहार में भारी बारिश के वजह से आ सकती है बाढ़,मौसम विभाग ने लोगों को किया अलर्ट

 बिहार में भारी बारिश के वजह से आ सकती है बाढ़,मौसम विभाग ने लोगों को किया अलर्ट
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बिहार में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण अररिया और किशनगंज जिलों मे कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जतायी है। मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि राज्य में बारिश की अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई है। गोपालगंज, सिवान, सारण, सुपौल, पूर्णिया, सहरसा मधेपुरा और कटिहार में भी अगले 24 घंटे में अच्छी बारिश की संभावना है। इसे लेकर मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि राज्य के अन्य जिलों के लिए मौसम विभाग की ओर से फिलहाल किसी तरह की कोई चेतावनी नहीं जारी की गई है।वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और सीतामढ़ी के कुछ स्थानों पर भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। सबसे अधिक 97 मिलीमीटर वर्षा पूर्वी चंपारण जिले के लाल बेगिया मे दर्ज की गई है। वहीं पूर्वी चंपारण के ही सुगौली में 82.8, पश्चिमी चंपारण के बेतिया में 82.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। जबकि पूर्वी चंपारण के पतही में 76.4, शिवहर में 74.2, पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में 67.4 किशनगंज में 65 और मधेपुरा में 48.6 मिलीमीटर बारिश हुई।मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि 77वें स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के दिन राजधानी पटना समेत राज्य के अधिकांश जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे।

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इस दौरान अधिकतम तापमान 27 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। 15 अगस्त को राजधानी पटना और गया का मौसम शुष्क रहेगा। लेकिन भागलपुर में बारिश की संभावना है। पूर्णिया, मुजफ््फरपुर, अररिया, कटिहार, किशनगंज, गोपालगंज, जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, बेगूसराय और मधेपुरा समेत अन्य जिलों में भी हल्की बारिश की संभावना है। जबकि कैमूर, अरवल, औरंगाबाद, नवादा, नालंदा, बक्सर, वैशाली और शिवहर समेत अन्य जिलों का मौसम शुष्क रहने की संभावना है।बिहार में 1 जून से 13 अगस्त तक सामान्य से 28 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान औसत रूप से राज्य में 616 मिलीमीटर बारिश की जगह अब तक सिर्फ 441.1 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में इस दौरान अच्छी बारिश हुई, लेकिन दक्षिण बिहार के कई जिलों में अब भी सुखाड़ की आशंका बरकरार है।नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र और बिहार में हो रही बारिश के कारण अधिकांश नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। गंगा, घाघरा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, कोसी और परमान नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गयी है। केन्द्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर पटना के हाथीदह में खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। भागलपुर के कहलगांव में आज जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया है। घाघरा नदी का जलस्तर सिवान के गंगपुर सिसवन में लाल निशान से 77 सेंटीमीटर ऊपर रहा। गंडक नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है लेकिन गोपालगंज के डुमरियाघाट में यह खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। बूढ़ी गंडक का जलस्तर समस्तीपुर के रोसड़ा को छोड़कर कई स्थानों पर कम हुआ है। वहीं बागमती सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर मे खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कमला बलान, केासी, परमान और महानन्दा का जलस्तर विभिन्न स्थानों पर तेजी से बढ़ रहा है।बिहार के पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा औरंगाबाद का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पटना का अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री, मोतिहारी का 33.8, मुजफ्फरपुर का 29.4, दरभंगा का 30.8, नालंदा का 22.4, नवादा का 32.7, भागलपुर का 31..8 और कटिहार का 33.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

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