मणिपुर हिंसा पर कुकी नेताओं के साथ केंद्र सरकार की मीटिंग आज,मौजूदा हालात पर होगी चर्चा
3 मई से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. मैतेई और कुकी समुदाय के लोग एक-दुसरे की जान के दुश्मन बने बैठे हैं. एक ही राज्य में दो जिले बफर जोन में बंट चुका है. दोनों और के लोग एक-दुसरे पर बंदुक ताने खड़े हैं. जिन बच्चों के हाथों में कलम होनी चाहिए थी, उसका स्थान बंदूक ने ले लिया है. स्कूल और कॉजेल बंद पड़े हैं. लोग भय के कारण अपने घरों के अंदर कैद हैं. ऐसी स्थिति मणिपुर में बनी हुई है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार राज्य में शांति बहाली के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इस बीच खबर है कि आज कुकी समुदाय के नेताओं के साथ केंद्र सरकार बात करेगी. वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर विपक्षी दलों के नेताओं ने बुधवार को देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उनसे मणिपुर मुद्दे में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर का दौरा करना चाहिए, राज्य में शांति बहाल करने के लिए कदम उठाने चाहिए। वहीं आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है।विपक्षी दल मणिपुर मुद्दे में राष्ट्रपति मुर्मू के हस्तक्षेप का अनुरोध कर रहे हैं और उन्होंने दावा किया कि भाजपा शासित पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा लगातार जारी है। दरअसल आपको बताते चलें कि बीते दिनों विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस के कुछ सांसदों ने 29-30 जुलाई को मणिपुर का दौरा किया था। वे राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले विपक्षी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। वही आपको मालूम हो कि राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर का दौरा करना चाहिए, राज्य में शांति बहाल करने के लिए कदम उठाने चाहिए। वहीं आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है।