राजस्थान में टिकट बंटवारे के लिए कांग्रेस ने बनाई 25 सदस्यीय कमिटी,आवेदन करने वालों से मिलेंगे सभी नेता फिर देंगे टिकट
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारी में सभी पार्टियां जुटी हैं. भारतीय जनता पार्टी परिवर्तन यात्रा निकालने जा रही है तो बसपा भी सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय संकल्प यात्रा निकाल चुकी है. कांग्रेस पार्टी ने इस बार चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों से ब्लॉक स्तर पर आवेदन करने का फरमान जारी किया है और जो भी व्यक्ति विधानसभा क चुनाव लड़ने का इच्छुक हैं उसे आवेदन करना ही होगा चाहे मुख्यमंत्री हो या प्रदेश के अध्यक्ष कोई मंत्री हो य कोई बड़ा नेता सभी को चुनाव लड़ने के लिए आवेदन करना ही होगा. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश के मुखिया गोविन्द सिंह डोटासरा ने राजस्थान में जिला स्तर पर आवेदन लेने के लिए 25 लोगों की टीम गठित की है और उन्हें जिलों की जिम्मेदारी दी है जिससे वह आवेदन कर्ता से बात कर उसका फीडबैक ले सकेंगे और उसकी रिपोर्ट कांग्रेस की इलेक्शन कमिटी को सोपने की जिम्मेदारी दी गई थी. राजस्थान के 25 विधायक और मंत्रियों को जिलों में जाकर 27 अगस्त तक आवेदन लेकर फीड बैक देने को कहा गया था. जयपुर सिटी और रूरल के जीतेन्द्र सिंह और शाले मोहम्मद को जिम्मेदारी दी गई तो बीकानेर सिटी रूरल और टोंक केी जिम्मेदारी रघुवीर मीणा और हरीश चौधरी को अलवर और झुंझुनू के लिए मोहन प्रकाश और रामेश्वर डूडी और सिरोही,पाली जालौर, प्रतापगढ़ की जिम्मेदारी प्रमोद जैन भाया और शाकुन्तला रावत को दी गई भरतपुर करौली ,दौसा और धौलपुर की जिम्मेदारी प्रताप सिंह खाचरियावास और धीरज गुर्जर को दी गई।
इसी तरह उदयपुर सिटी ,उदयपुर ग्रामीण ,बांसवाड़ा और डूंगरपुर के भजनलाल जाटव और मुरारी लाल मीणा को जिम्मा सौपा गया. जब उदयपुर शहर विधानसभा सीट को लेकर कांग्रेस पर्यवेक्षक भजन लाल जाटव और कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारी लाल मीणा उदयपुर के चेतक सर्किल स्थित सूचना केंद्र के सभागार में हुई बैठक में पहुंचे तो वहां पर कई दावेदार पहुंचे और उसी दौरान दो दावेदारों के समर्थक नारेबाजी करने लगे और आपस में उलझ गए. उदयपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष फतह सिंह राठौड़ ने समझाइश कर मामला शांत करवाया . उदयपुर में हुई कार्यकर्ताओं की झड़प से सबक लेते हुये और कांग्रेस पार्टी की आपसी फुट को उजागर होने से बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी के स्क्रीनिंग कमिटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई जयपुर पहुँच गए है और सभी आवेदन करने वालों को अब जयपुर बुलाकर उनसे वहीँ फीडबैक लिया जायेगा जिससे जयपुर में किसी भी आवेदन कर्ता के समर्थक आपस में नहीं भीड़ सकेंगे और कांग्रेस पार्टी की फजीहत भी नहीं होगी . कांग्रेस पार्टी के स्क्रीनिंग कमिटी के अध्यक्ष जयपुर पहुंच गए है और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्यशियों का चयन करने की कोशिश आमराय से करने की सभी स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य मिलकर करेंगे . चार दिन गौरव गोगोई जयपुर में रहकर सभी आवेदन कर्ताओं से मुलाकात करेंगे और फीडबैक लेंगे . अब सवाल यह है की प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा द्वारा क्यों 25 सदस्यों की कमेटी बनाई गई थी अगर जयपुर में ही आवेदन लेने थे तो 25 सदस्यों की कमिटी क्यों गठित की गई थी. Rajasthan Election 2023: कांग्रेस के लिए इस सीट पर जीत हासिल करना हुआ ‘मुश्किल’, बीजेपी को हराने के लिए अब बनाया खास प्लान!