बिहार के कई जिलों में बारिश की बढ़ी संभावना,बादल छाया हुआ रहेगा मौसम
बिहार से मानसून की पूरी तरह वापसी हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून की वापसी के साथ प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ है। वहीं अगले चौबीस घंटों के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। पटना स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के अधिकांश इलाके में मौसम शुष्क रहा। 1 से 15 अक्टूबर के बीच राज्य में 92.7 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 109 प्रतिशत अधिक है। इस अवधि में सामान्य रूप से 44.4 मिलीमीटर बारिश होती है।राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा सीतामढ़ी के पूपरी का अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मोतिहारी का अधिकतम तापमान 32.2, मुजफ्फरपुर का 31.2, दरभंगा का 32, सुपौल का 32, अररिया का 33.7, पूर्णिया का 31.7 और वैशाली का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पटना का अधिकतम तापमान 34.3, आरा का 34.1, बक्सर का 35.3, कैमूर का 34.1, औरंगाबाद का 33.6, गया का 34.4, जमुई का 33.7, बांका का 33.3, पूर्णिया का 31.7, कटिहार का 31.7 और बेगूसराय का 33.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
बिहार में अगले 10 दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। मौसम शुष्क होने के कारण कई जिलों में दिन के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। जबकि रात के न्यूनतम तापमान में कमी आई है। वहीं सुबह में धुंध का भी असर देखने को मिल रहा है।मानसून की वापसी के बाद 15 अक्टूबर रविवार से दस जिलों में विभिन्न नदी घाटों पर बालू खनन का काम शुरू हो गया है। खान और भूतत्व विभाग के अधिकारी के अनुसार पहले चरण में पटना, रोहतास, औरंगाबाद, जमुई, लखीसराय, भोजपुर, अरवल, गया, नवादा और बांका जिलों में बालू खनन की अनुमति दी गई है। खनन का कार्य नए प्रावधान और नयी व्यवस्था के तहत नये बंदोबस्तधारियों के माध्यम से किया जाएगा। दूसरे चरण में अन्य जिलों में भी बालू खनन की प्रक्रिया शुरू होगी। इधर बालू के अवैध खनन, बिक्री और ढुलाई से होने वाले राजस्व की हानि को रोकने के लिए राज्य सरकार ने विशेष तैयारियां की हैं। राज्य में नई नीति के तहत नदी घाटों के छोटे-छोटे क्लस्टर बनाकर उनकी नीलामी की गई है।