अमेठी सीट पर इस बार बीजेपी के लिए मुश्किल होगी जीत की राहें!कांग्रेस ने बनाई स्पेशल प्लान
देश में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी मुख्य पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. हाई-प्रोफाइल सीटों पर उम्मीदवार भी लगभग तय माने जा रहे हैं जिसे देखते हुए नेता मैदान में वोटर्स को लुभाते हुए भी नजर आ रहे हैं. यूपी की हाई-प्रोफाइल अमेठी सीट पर राजनीतिक तापमान अभी से बढ़ना शुरू हो गया है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही यहां अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाना शुरू कर दिया है. कांग्रेस की राज्य इकाई ने सत्तारूढ़ बीजेपी से अपने इस गढ़ को वापस पाने के लिए कवायद शुरू कर दी है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय की कोशिश है कि जिला इकाई को लोकसभा चुनाव के पहले सुदृढ़ कर लिया जाए. इसके लिए पार्टी नेताओं की बैठकों का दौर जारी है. इसके अलावा बूथ लेवल पर भी काम शुरू हो गया है. कांग्रेस साथ ही डोर टू डोर कैंपेनिंग के लिए भी पार्टी प्लान बना रही है।
सूत्रों का दावा है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस अमेठी को लेकर अहम एलान भी कर सकती है. वहीं अमेठी की मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी इस सीट को गांधी परिवार की विरासत से अलग करने की अपनी रणनीति पर काम कर रही हैं. स्मृति ईरानी ने 2019 में अमेठी सीट पर ऐतिहासिक जीत हासिल करते हुए राहुल गांधी को 55,000 से अधिक वोटों से हराया था. स्मृति ईरानी को 4 लाख 68 हजार से ज्यादा वोट मिले थे. जबकि राहुल गांधी को 4 लाख 13 हजार से ज्यादा वोट मिले थे. इससे पहले अमेठी सीट पर गांधी परिवार का ही दबदबा रहा था. राजीव गांधी, संजय गांधी, सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी इस सीट से सांसद चुने गए थे. स्मृति ईरानी ने बड़ा उलटफेर करते हुए इस सीट पर बड़ी जीत हासिल की थी. इस जीत के साथ स्मृति ईरानी एक दिग्गज नेता के रूप में उभरीं और मोदी कैबिनेट में उन्हें जगह मिली. 2019 में राहुल गांधी ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था. वे अमेठी से हारे, लेकिन वायनाड से सांसद चुने गए थे.लोकसभा चुनाव से काफी पहले ये सीट कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के एक बयान के बाद सुर्खियों में आ गई. दरअसल, कुछ हफ्ते पहले उन्होंने घोषणा की थी कि राहुल गांधी फिर से अमेठी से चुनाव लड़ेंगे. बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अमेठी के लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि राहुल गांधी फिर से अमेठी सीट से चुनाव लड़ें. अजय राय के इस बयान के बाद कांग्रेस और बीजेपी की ओर से खूब बयानबाजी हुई. बीते शुक्रवार को ही जब सीएम योगी आदित्यनाथ विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने और खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अमेठी में थे, तो उन्होंने और स्मृति ईरानी दोनों ने राहुल गांधी पर जमकर हमला किया. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को अमेठी से फिर से चुनाव लड़ने की चुनौती भी दे दी. ईरानी ने कहा कि उनमें यह कहने की हिम्मत नहीं है कि वह यहां से दोबारा चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि अमेठी अब ‘गायब’ रहने वाले सांसद के लिए नहीं बल्कि विकास के लिए जाना जाता है।