अब मातृभाषा में कर सकेंगे 5वीं तक की पढ़ाई,22 भाषाओं में होंगी किताबें,शिक्षा मंत्री का ऐलान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बड़ी घोषणा की है. शिक्षा मंत्री ने बताया कि अब कक्षा 5वीं तक के स्टडी मैटेरियल अब 22 अलग-अलग भाषाओं में होंगे. पांचवी तक के छात्र अब अपनी मातृभाषा में पढ़ाई कर सकेंगे. धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि यह फैसला नई शिक्षा नीति के तहत लिया गया है. इसमें NCERT की किताबों को जोड़ा जाएगा.केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि कक्षा 5वीं तक के सभी स्टडी मैटेरियल संविधान में सूचीबद्ध 22 भाषाओं में होंगे. इन स्टडी मैटेरियल में प्राइमरी लेवल की सभी किताबें, कॉपियां, प्लेबुक और प्ले-बेस्ड मैटेरियल होंगे. छात्रों को उनके स्कूल में NCERT Books के माध्यम से रिजनल लैंग्वेज में पढ़ाया जाएगा.शिक्षा मंत्री ने बताया कि पहले किताबें सिर्फ तीन भाषाओं हिंगी, इंग्लिश और उर्दू में होती थीं. अब NCERT की सभी किताबें 22 अलग-अलग लैंग्वेज में उपलब्ध होंगी. बतां दे कि, नई शिक्षा नीति के तहत 12वीं तक की पढ़ाई को तीन स्टेज में बांटा गया है. शुरुआत के पांच साल को फंडामेंटल स्टेज कहा जाता है. इसके बाद 3 साल यानी कक्षा 6,7 और 8 को मीडिल स्टेज कहा गया है.