बिहार छोड़ यूपी में लड़ने को क्यों मजबूर हो रहे हैं नीतीश कुमार,बिहार में हार का सता रहा है डर?
2024 के मद्देनजर विपक्षी राजनीतिक दलों और उनके गठबंधन I.N.D.I.A अलायंस की ओर से अभी तक कोई चेहरा जनता के सामने पेश नहीं किया गया है. इस बीच जनता दल यूनाइटेड की उत्तर प्रदेश इकाई ने बिहार के सीएम और जदयू नेता नीतीश कुमार से फिर से मांग की है कि वह प्रयागराज स्थित फूलपूर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ें।बीते दिनों कुछ नेताओं ने नीतीश कुमार से मुलाकात की और उनसे निवेदन किया है कि वह फूलपुर सीट से चुनाव लड़ें. इससे पहले भी ऐसे दावे सामने आए हैं जिनमें दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार फूलपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे. हालांकि नीतीश कुमार की ओर से अब तक इस पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. वह प्रधानमंत्री के चेहरे वाले सवालों से भी बचते रहे हैं और लगभग हमेशा गोलमोल जवाब दिया।
राजनीतिक गलियारों में बीते कुछ दिनों से अक्सर यह चर्चा है कि आखिर जदयू, नीतीश कुमार को फूलपुर सीट से चुनाव क्यों लड़ाना चाहती है जबकि वह बिहार के मुख्यमंत्री हैं और वह चाहें तो वहां से भी चुनाव लड़ सकते हैं. ऐसा भी नहीं है कि नीतीश कुमार बिहार से लोकसभा नहीं गए हैं. वह नवीं, दसवीं, 11वीं, 12वीं और 13वीं लोकसभा में बतौर सांसद चुने गए थे. नीतीश कुमार बाढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने जाते रहे. इस दौरान वह तीन दलों के नेता रहे. नवीं और 10वीं लोकसभा के कार्यकाल में वह जनता दल, 11वीं और 12वीं लोकसभा में समता पार्टी और फिर साल 1999 में 13वीं लोकसभा के दौरान वह जनता दल यूनाइटेड से सांसद रहे।अब सवाल यह उठता है कि एक ओर तो जदयू I.N.D.I.A. अलायंस के एकता की बात करता है और खुद सीएम नीतीश कुमार यह कह चुके हैं कि वह सभी दलों के नेताओं को साथ लाने की कोशिश भर कर रहे हैं. वह खुद को पीएम फेस नहीं मानते, ऐसे में जदयू उन्हें फूलपुर से चुनाव क्यों लड़ाना चाहती है?