मन की बात कार्यक्रम में आज बोले PM मोदी-हमारा सपना ‘आत्मनिर्भर भारत’ है

 मन की बात कार्यक्रम में आज बोले PM मोदी-हमारा सपना ‘आत्मनिर्भर भारत’ है
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार को अपने रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी की मन की बात का ये 106वां एपिसोड रहा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे हुई। प्रधानमंत्री मोदी अपने इस कार्यक्रम में गांधी जयंती के मौके पर दिल्ली में खादी की रिकॉर्ड बिक्री की बात कही। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कनॉट प्लेस में एक ही खादी स्टोर में एक ही दिन में डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा का सामान लोगों ने खरीदा। उन्होंने कहा कि इस महीने चल रहे खादी महोत्सव में एक बार फिर बिक्री के अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पीएम ने कहा कि पूरे देश में त्योहारों को लेकर उमंग है। मैं देशवासियों को आने वाले त्योहारों की बधाई देना चाहता हूं।

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उन्होंने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी हमारे त्योहारों में हमारी प्राथमिकता ‘वोकल फॉर लोकल’ हो और हम मिलकर उस सपने को पूरा करें। हमारा सपना ‘आत्मनिर्भर भारत’ है।’मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है। कई बड़े ब्रांड यहीं पर अपने प्रोडक्ट को तैयार कर रहे हैं। अगर हम उन प्रोडक्ट को अपनाते हैं, तो मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलता है। ये भी लोकल फॉर वोकल ही होना है। उन्होंने कहा कि प्रोडक्ट को खरीदते समय UPI का इस्तेमाल करें। इसे जीवन में एक आदत बना लें।प्रधानमंत्री ने कहा कि 31 अक्टूबर का दिन हम सभी के लिए बहुत खास होता है। इस दिन हमारे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म जयंती मनाते हैं। उन्होंने कहा कि हम भारतवासी उन्हें कई वजहों से याद करते हैं और श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं। सबसे बड़ी वजह देश की 580 से ज्यादा रियासतों को जोड़ने में उनकी अतुलनीय भूमिका है।पीएम ने कहा, “31 अक्टूबर को एक बहुत बड़े राष्ट्रव्यापी संगठन की नींव रखी जा रही है और वो भी सरदार साहब की जन्म जयंती के दिन। इस संगठन का नाम है- मेरा युवा भारत, यानी MYBharat. MYBharat संगठन, भारत के युवाओं को राष्ट्रनिर्माण के विभिन्न आयोजनों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का मौका देगा।मन की बात में पीएम मोदी ने कहा, “मैंने पिछले दिनों देश के हर गांव से, हर घर से मिट्टी संग्रह करने का आग्रह किया गया था। हर घर से मिट्टी संग्रह करने के बाद उसे कलश में रखा गया और फिर अमृत कलश यात्राएं निकाली गईं। देश के कोने-कोने से एकत्रित की गई ये माटी, ये हजारों अमृत कलश यात्राएं अब दिल्ली पहुंच रही हैं। यहां दिल्ली में उस मिट्टी को एक विशाल भारत कलश में डाला और इस पवित्र मिट्टी से दिल्ली में ‘अमृत वाटिका’ का निर्माण होगा।

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