EVM खराब होने के वजह से मिजोरम के सीएम पहली बार में नहीं डाल पाए वोट तो दोबारा मतदान केंद्र पहुंचकर किया वोट

 EVM खराब होने के वजह से मिजोरम के सीएम पहली बार में नहीं डाल पाए वोट तो दोबारा मतदान केंद्र पहुंचकर किया वोट
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मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो गया। अधिकारियों ने बताया कि मतदान शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। राज्य के 8.57 लाख से अधिक मतदाता 174 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें 4.39 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। इस बीच खबर आई है कि EVM के खराब होने के चलते मुख्यमंत्री और MNF के नेता जोरमाथांगा अपना वोट नहीं डाल पाए। मिजोरम के सीएम आज सुबह-सुबह ही मतदान करने पहुंचे थे लेकिन उन्हें पोलिंग बूथ से वोट डाले बगैर ही वापस लौटना पड़ा। हालांकि बाद में दोबारा जाकर उन्होंने आराम से अपना वोट डाला।मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मशीन काम नहीं कर रही थी तो मैंने कहा कि मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करूंगा और उसके बाद मतदान करूंगा।’ वह आइजोल उत्तर-द्वितीय विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 19-आइजोल वेंगलाई-I वाईएमए हॉल मतदान केंद्र पर अपना वोट डालने पहुंचे थे।

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मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘सरकार बनाने के लिए 21 सीटों की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि हम इससे ज्यादा, शायद 25 या उससे ज्यादा सीटें हासिल कर पाएंगे। मुझे लगता है कि हम आसानी से बहुमत हासिल कर लेंगे।’ उन्होंने भरोसा जताया कि जनता उन्हें उनकी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के आधार पर एक बार फिर बहुमत देगी।मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने बाद में दोबारा मतदान केंद्र पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वोट डालकर मतदान केंद्र से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा कि मैंने अपना वोट डाल दिया है और आधा विधानसभा क्षेत्र भी घूम चुका हूं। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि हम सूबे में सरकार बनाने में कामयाब होंगे और मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में एक जबरदस्त जीत दर्ज करूंगा।बता दें कि सत्तारूढ़ MNF, मुख्य विपक्षी दल ZPM और कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। BJP 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और AAP ने 4 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं। इसके अलावा 27 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। मिजोरम में 1,276 मतदान केंद्रों में से 149 सुदूर मतदान केंद्र हैं, जबकि अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास के करीब 30 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। मतदान से पहले म्यांमा से लगी 510 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा और बांग्लादेश से लगी 318 किलोमीटर लंबी सीमा को सील कर दिया गया है। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

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