सीट बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन में फंसने वाला है पेंच,अखिलेश और ममता के सामने कांग्रेस को करना होगा सरेंडर
इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान घटने की जगह बढ़ती जा रही है. दिल्ली, पंजाब, यूपी और वेस्ट बंगाल के बाद अब बिहार में भी स्थानीय दल कांग्रेस को उसके मुताबिक सीटें देने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं.मिडिया के सूत्रों के मुताबिक, बिहार में आरजेडी ने कांग्रेस से कहा है कि वे सहयोगी दलों को केवल 6 सीटें दे सकते हैं. आरजेडी और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. आरजेडी का कहना है कि वह सीपीआई एमएल और सीपीआई के लिए 2 और कांग्रेस के लिए 4 सीटें छोड़ सकती है.वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से कहा है कि वे उन्हें केवल 8 सीटें दे सकती है।
. इन आठ सीटों में बनारस, लखनऊ जैसी सीटें शामिल हैं, जहां एसपी की मौजूदगी ज्यादा नहीं है. इन सबसे अलग कांग्रेस दोनों राज्यों में सहयोगियों से अधिक सीटों की उम्मीद कर रही है और बातचीत के लिए और अधिक प्रयास कर सकती है.रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 42 में से करीब 2 सीट ही ऑफर कर सकती है. हालांकि कांग्रेस की नजर गठबंधन की स्थिति में 6-8 सीटों पर है. सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल ने अपने प्रस्ताव के बारे में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को बता दिया है.बता दें कि आम आदमी पार्टी भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन पंजाब में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और आप में तकरार चल रही है. आम आदमी पार्टी यहां लोकसभा की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. वह कांग्रेस को एक भी सीट देने के मूड में नहीं है. इसे लेकर दोनों दलों के नेताओं की ओर से कई बार बयानबाजी की जा चुकी है।