राजस्थान में आज होगा मंत्रिमंडल का विस्तार,जातिगत समीकरण का पूरा ख्याल रखेगी भाजपा
राजस्थान में आज भजन लाल शर्मा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार होगा। सुबह 9.30 बजे सीएम भजनलाल राजभवन जाकर मंत्री बनने वाले विधायकों की लिस्ट सौंपेंगे। सूत्रों के मुताबिक करीब 18 से 20 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। शर्मा के मंत्रिमंडल में कुछ नए और अनुभवी विधायकों को शामिल किया जा सकता है। दोपहर सवा तीन बजे राजभवन में एक समारोह में विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। राज्यपाल कलराज मिश्र विधायकों को शपथ दिलाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां राजभवन में पहले से ही हो चुकी हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
मंत्रिमंडल विस्तार में इस बात का ख्याल रखा जाएगा कि सभी क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व मिले और साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए सोशल इंजीनियरिंग की जाएगी कि सभी प्रमुख जातियों को भी मंत्रिमंडल में पूरा प्रतिनिधित्व मिले। वर्तमान में, राजस्थान में भजन लाल शर्मा के रूप में एक ब्राह्मण मुख्यमंत्री है, जबकि उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा क्रमशः राजपूत और अनुसूचित जाति से हैं। राजस्थान में प्रभाव रखने वाली प्रमुख जातियों में जाट समुदाय भी शामिल है। अन्य समुदायों के साथ-साथ मीना समुदाय और गुर्जर समुदाय को भी कैबिनेट में जगह मिलना तय माना जा रहा है।इस बीच आज सुबह सीएम शर्मा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे और सूत्रों के मुताबिक वह कैबिनेट विस्तार पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद कैबिनेट चेहरों पर अंतिम मुहर लगेगी। सीनियर नेताओं से मिलने बाद शर्मा सीधे जयपुर जाएंगे और तीन बजे के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।राजस्थान में विपक्षी दल मंत्रिमंडल गठन में देरी को लेकर भाजपा नीत सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि मंत्रिमंडल गठन में देरी के कारण शासन व्यवस्था ठप हो गई है। अब जनता में निराशा फैलने लगी है क्योंकि राजस्थान की जनता ने 3 दिसंबर को बीजेपी को स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन 22 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो सका है। हर विभाग भी असमंजस की स्थिति में है। जनता देख रही है कि उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किस मंत्री के पास जाना चाहिए। राज्य में विधानसभा की 200 में से 199 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ। इसका परिणाम तीन दिसंबर को आया जिसमें भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला। भाजपा के भजनलाल शर्मा ने 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ दीया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।