ठंड और कोहरे को देखते हुए बदला गया बिहार के सरकारी स्कूलों का टाइम टेबल,जानिए स्कूल खुलने और बंद करने का समय
सूबे में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। कुछ जिलों में अब से ही अपेक्षा से अधिक ठंड पड़ने लगा है। सुबह में कोहरे से सड़क पर लोगों का मॉर्निंग वॉक बंद हो गया है। शीतलहर का असर अब बच्चों के शिक्षण पर भी पड़ने लगा है। हड्डी गला देने वाली इस ठंड के चलते छोटे-छोटे बच्चे स्कूल जाना नहीं चाहते और न उनके अभिभावक भेजना चाहते हैं। स्कूल जाने ने सबसे अधिक परेशानी उन बच्चों को होती है, जो पैदल या बाइक से आते-जाते हैं। खबर मिली है कि सभी जिलों में शीतलहर के चलते बच्चों के हित में शीघ्र ही कोई निर्णय लिया जाएगा। इस निर्णय के तहत स्कूलों के संचालन की टाइमिंग में कोई बदलाव किया जाएगा अथवा स्कूल अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इस बीच, कोसी प्रमंडल के आयुक्त ने जारी शीतलहर के मद्देनजर स्कूलों के संचालन की अवधि में बदलाव कर दिया है।
प्रमंडलीय आयुक्त का स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव का प्रभाव तीन जिले सहरसा, मधेपुरा और सुपौल में प्रभावी होगा। शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक के पत्र के आलोक में शैक्षणिक अवधि में बदलाव किया गया है। आयुक्त ने उक्त तीनों जिलों के डीएम को भेजे पत्र में कक्षा एक से आठ तक का संचालन अवधि सुबह 10 बजे से अपराह्न 3:30 बजे तक और कक्षा नौ से 12वीं तक के लिए सुबह 9:30 बजे से अपराह्न 4:00 बजे तक निर्धारित कर दिया है।आयुक्त ने कहा है कि कक्षा एक से तीन से कक्षा आठ तक के बच्चों के लिए संचालित ‘मिशन दक्ष’ और कक्षा नौ से कक्षा 12 वीं तक के लिए संचालित विशेष कक्षा का संचालन उसी अवधि में कराया जाएगा। इस निर्धारित अवधि का अनुपालन दृढ़ता से पालन कराने को कहा गया है। ध्यान रहे कि शिक्षा विभाग के स्तर से हाल में सरकारी स्कूलों के संचालन की अवधि सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित की गई थी। इसी टाइमिंग से शिक्षक और बच्चे स्कूल आते जाते हैं। जारी पत्र में आयुक्त ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षक पूर्व निर्धारित समय पर स्कूल जाएंगे और लौटेंगे।