मालदीव मामले में बोले शरद पवार-बाहर के देश में पीएम का अपमान करना हमें नहीं है स्वीकार्य
पीएम मोदी को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार का बड़ा बयान सामने आया है। शरद पवार ने कहा, ‘हमारे एक दूसरे से मतभेद हैं लेकिन प्रधानमंत्री का बाहर के देश में अपमान करना हमें स्वीकार्य नहीं है।’गौरतलब है कि हालही में पीएम मोदी पर मालदीव के मंत्रियों ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। दरअसल पीएम मोदी ने 4 जनवरी को लक्षद्वीप के दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की थीं। जिस पर लोगों ने कमेंट किया कि अब भारतीयों को मालदीव नहीं बल्कि लक्षद्वीप जाना चाहिए। जिसके बाद पीएम मोदी की तस्वीरों पर मुइज़्ज़ू सरकार में मंत्री मरियम शिउना ने आपत्तिजनक ट्वीट किए। मालदीव के नेता मालशा शरीफ और महजूम माजिद ने भी भारत को घेरा। जिसके बाद भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स ने मालदीव को आड़े हाथों लिया और उसकी जमकर आलोचना की। शरद पवार ने कहा कि बिलकिस बानो मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है, वह फैसला आम आदमी को सहारा देने वाला है। महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से उम्मीद है कि वह इस मामले में कोर्ट ने जो कहा, उसके मुताबिक न्याय प्रक्रिया में सहकार्य करेंगे।शरद पवार ने दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर कहा कि इस पर प्राथमिक चर्चा होगी। हमारी ओर से जितेंद्र आव्हाड शामिल होंगे। प्रकाश आंबेडकर को इंडिया गठबंधन में शामिल करने की बात हम रखेंगे। शरद ने कहा कि मेरी उम्र का जिक्र जो करते हैं, उस पर मुझे कोई जवाब नहीं देना है। राज्यसभा का मेरा 2 साल का कार्यकाल रह गया है। तो क्या मैं अपना टर्म छोड़ दूं? शरद ने भगवान राम को लेकर भी बयान दिया। शरद ने कहा कि राम देश की आस्था का विषय हैं। जितेंद्र आव्हाड अगर वह स्टेटमेंट नहीं करते तो अच्छा होता।