गुजरात यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ने पर हुई मारपीट तो भड़के ओवैसी ने मोदी-शाह से पूछा सवाल-ये सामूहिक कट्टरवाद नहीं तो क्या?’
अहमदाबाद की गुजरात यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है. आरोप है कि यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अफगानी और अन्य छात्रों पर देर रात भगवा गमछा पहने कुछ लोगों ने हमला कर दिया. ये भीड़ जय श्रीराम के नारे लगाते हुए भीड़ हॉस्टल परिसर में घुस गई और विदेशी छात्रों की पिटाई कर दी. इसके साथ ही छात्रों पर पथराव किया गया और हॉस्टल में तोड़फोड़ की. पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है. मामले को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए हैं.साथ ही गुजरात यूनिवर्सिटी के स्टाफ और सिस्टम भी सवाल उठाए गए कि वो विदेशी नागरिकों की सुरक्षा में फेल होता दिखा. वहां के रेक्टर को भी सोते हुए पकड़ा गया है. सभी की मौजूदगी में छात्रों को बेरहमी से पीटा गया. सूचना के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच की है. मामले पर गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने डीजीपी और कमिश्नर को तलब किया है. वहीं, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “कितनी शर्म की बात है. जब आपकी भक्ति और धार्मिक नारे तभी सामने आते हैं जब मुसलमान शांतिपूर्वक अपने धर्म का पालन करते हैं. जब आप मुसलमानों को देखकर बेवजह क्रोधित हो जाते हैं. यह सामूहिक कट्टरवाद नहीं तो क्या है? यह नरेंद्र मोदी और अमित शाह का गृह राज्य है. क्या वे कड़ा संदेश भेजने के लिए हस्तक्षेप करेंगे? मैने अपनी सांस नहीं रोक रखी है. जयशंकर घरेलू मुस्लिम विरोधी नफरत भारत की सद्भावना को नष्ट कर रही है.”ये सामूहिक कट्टरवाद नहीं तो क्या?’ गुजरात यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ने पर मारपीट हुई तो ओवैसी ने मोदी-शाह से पूछा सवालइस संबंध में एनएसयूआई ने मांग की है कि जिम्मेदार कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाए और कानूनी कार्रवाई की जाए. एनएसयूआई ने कहा, “क्या गुजरात यूनिवर्सिटी में सुरक्षित नहीं हैं विदेशी नागरिक? सुरक्षा और विकास के दावे के तहत सिस्टम गुजरात में पढ़ाई के लिए आने वाले विदेशी नागरिकों को नहीं बचा सकता. कुछ तत्व विदेशी छात्रों के छात्रावासों के परिसर में घुसकर तोड़फोड़ करते हैं और छात्रों के साथ मारपीट करते हैं. फिर गुजरात यूनिवर्सिटी की सुरक्षा पर सवाल उठाए जाते हैं, गुजरात यूनिवर्सिटी की व्यवस्था पर सवाल उठाए जाते हैं।