बंगाल में मिली हार के बाद ममता की पार्टी पर भड़की भाजपा,चुनाव के दौरान कराया गया है बहुत सी अनियमितताएं
पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार (13 जुलाई) को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर चुनावी धोखाधड़ी का आरोप लगाया. दरअसल, यहां 4 सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी चार विधानसभा सीटों पर टीएमसी ने जीत हासिल की है.केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रमुख सुकांत मजूमदार ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, “जिस तरह से नतीजे आए हैं, भाजपा को कुछ बूथों पर तीन वोट मिले हैं, और कुछ बूथों पर चार वोट मिले हैं, यह वोट के नाम पर धोखाधड़ी है… हमने पहले भी चुनाव आयोग से शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.”पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने नतीजों के बाद कहा कि हम अपने प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे. लेकिन टीएमसी ने राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं होने दिए हैं. यहां चुनाव के दौरान बहुत सारी अनियमितताएं हुईं. सत्तारूढ़ पार्टी ने आतंक का राज कायम कर दिया था.बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनाव में जिन चार सीटों पर जीत दर्ज की है, उनमें से तीन रायगंज, बागदा और राणाघाट दक्षिण बीजेपी के पास थीं. ममता बनर्जी की अगुआई वाली पार्टी ने मानिकतला निर्वाचन क्षेत्र में 62,000 से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज की है.भाजपा ने इन सभी चार सीटों पर दूसरे स्थान पर रही, जबकि वाम-कांग्रेस गठबंधन तीसरे स्थान पर रहा और दो विधानसभा क्षेत्रों में उसकी जमानत जब्त हो गई. बीजेपी के लिए पश्चिम बंगाल में यह दूसरा झटका है. इससे पहले लोकसभा चुनाव 2024 में भी पार्टी को नुकसान हुआ था. तब उसकी सीटों की संख्या 2019 की तुलना में 18 से घटकर 12 रह गई थी. 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा में बीजेपी के पास 71 सीटें हैं, जबकि 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में उसके पास 77 सीटें थीं. वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या 215 है. इसके अलावा उसे भाजपा के तीन विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है, जो सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हो चुके हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक सदन से इस्तीफा नहीं दिया है।