भाजपा का घमंड टूटने वाला है,2024 में पूरा विपक्ष एक रहेगा-संजय राउत का केंद्र सरकार पर हमला
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जो विपक्ष को एक करने का प्रयास शुरू किया है, उसका हम स्वागत करते हैं. BJP का दृष्टिकोण रहा है कि विपक्ष एकसाथ न रहे, लेकिन उनका यह भ्रम टूटने वाला है. 2024 में पूरा विपक्ष एक रहेगा।दरअसल बता दें कि जनता दल के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्षी एकता अभियान के तहत हाल ही में दिल्ली दौरे पर गए है। विपक्षी नेताओं के बीच तो बैठकों के दौर जारी हैं ही, भाजपा भी इस पर नजर रखे है। दरअसल अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की तैयारियां पहले ही शुरू हो चुकी हैं, लेकिन भावी रणनीति काफी कुछ विपक्ष की स्थिति पर निर्भर करेगी। भाजपा रणनीतिकारों का मानना है कि इसमें सबसे अहम भूमिका क्षेत्रीय दलों की होगी, जिनके साथ भाजपा भी संपर्क बनाए हुए है।वही बता दें किनीतीश कुमार की दिल्ली यात्रा से एक बात साफ तौर पर उभरी है। कि भाजपा को चुनौती एकजुट होकर ही दी सकती है और इस पर सभी सहमत भी हैं, लेकिन नेतृत्व व राज्यवार तालमेल के पेच सबसे कठिन मुद्दा है। इस बार नीतीश के आने के अलग मतलब हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बुलावे पर वह आए हैं। यानी खुद कांग्रेस इसकी पहल कर रही है। नेताओं का कहना है कि क्षेत्रीय दलों को साथ रखना और उसके लिए रणनीति भी राज्यवार होनी चाहिए। जहां जो मजबूत हो, वहां उसे प्रमुखता देनी चाहिए।वही इधर आपकों बतातें चले कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। इसके लिए मांझी बुधवार को ही मांझी दिल्ली रवाना हो गए।वही बता दें कि अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होने वाले है।ऐसे में सभी राजनीतिक दलों की बेचैनी बढ़ गई है।वही बीजेपी छोटे पार्टीयों को अपने मे विलय करने में लगी हुई है।वही बता दें कि हम के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने बताया कि अमित शाह से जीतन राम मांझी की मुलाकात दिन के 11 बजे होगी। वे गृहमंत्री से मिलकर बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह, पर्वत पुरुष दशरथ मांझी और भूतपूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग रखेंगे। इस दौरान अमित शाह और जीतन राम मांझी के बीच चुनावी समीकरण और रणनीति पर भी बात हो सकती है।दरअसल बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, बिहार में सियासी गर्माहट बढ़ गई है। बिहार के नेताओं का दिल्ली दौरा शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की है।उनके इस दौरे को लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने की पहल के रूप में देखा जा रहा है।इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा करना अहम भी माना जा रहा है। वे नेताओं से मिलकर भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होने की अपील की है।इसके साथ ही बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी दिल्ली में हैं। सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी से मुलाकात कर उनकी बेटी को आशीर्वाद दिया है।