मोदी सरकार जले पर छिड़क रही है नमक,छात्रों का मुद्दा उठाते हुए बोली प्रियंका गांधी
देश में बेरोजगारों की कमी नहीं है. हालांकि नौकरियां कम होती हैं, इसलिए भारी भीड़ में हर किसी को अपनी प्रतिभा या हुनर दिखाने का मौका नहीं मिल पाता. लिहाजा महज एक पोस्ट (पद) के लिए भी नौकरी का विज्ञापन निकलता है तो हजारों आवेदन आ जाते हैं. हालांकि एक कड़वा सच यह भी है कि गलाकाट प्रतिस्पर्धा के इस कंपटीशन भरे युग में सरकारी नौकरी ही युवाओं की पहली पसंद होती है।प्रियंका गांधी ने अपने एक्स अकाउंट से लिखा- ‘भाजपा युवाओं को नौकरी तो दे नहीं सकती, लेकिन परीक्षा फॉर्म पर 18% जीएसटी वसूल कर देश के युवाओं के जख्मों पर नमक जरूर छिड़क रही है.
अग्निवीर समेत हर सरकारी नौकरी के फॉर्म पर जीएसटी वसूली जा रही है. फॉर्म भरने के बाद सरकार की विफलता से पेपर लीक हुआ, भ्रष्टाचार हुआ तो युवाओं के ये पैसे डूब जाते हैं. माता-पिता अपना मन मारकर, तन-पेट काटकर, पाई-पाई जोड़कर अपने बच्चों को पढ़ाते हैं, परीक्षा की तैयारी कराते हैं, लेकिन भाजपा की सरकार ने उनके सपनों को भी अपनी कमाई का जरिया बना लिया है।