चुनाव से पहले दलित वोट को साधने में जुटी कांग्रेस,पटना से आज राहुल गांधी भरेंगे हुंकार
बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी रणनीति तैयार करने में जुटी हैं. एक तरफ सीएम नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के माध्यम से एक बार फिर अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं तो दूसरी तरफ तेजस्वी यादव भी कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जाकर पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं. इसी बीच कांग्रेस भी चुनावी रणनीति के तहत कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसी वजह से राहुल गांधी को 18 दिन में आज (बुधवार) दूसरी बार बिहार दौरे पर बुलाया गया है. कांग्रेस बिहार में अपना खोया हुआ वजूद वापस लाना चाहती है.
इसलिए राहुल गांधी भी बिहार को लेकर एक्टिव दिखाई दे रहे हैं. राहुल गांधी के दौरे को लेकर सियासत भी तेज हो गई है.राहुल गांधी आज पटना के एसके ममोरियल हॉल में आयोजित जगलाल चौधरी के 130वीं जयंती समारोह में शामिल होंगे. राहुल गांधी 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी चर्चा करेंगे. स्वर्गीय जगलाल चौधरी की जयंती के बहाने कांग्रेस दलितों को साधने की कोशिश में जुटी है.कांग्रेस पिछड़े और दलित वोटरों को लुभाने पर जोर दे रही है. पिछले दिनों पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन में भी राज्यभर के दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक और पिछले वर्ग के लोग शामिल हुए थे. जयंती समारोह को भी कांग्रेस की चुनावी रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है.कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे को लेकर बिहार में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बीते मंगलवार को कहा था कि राहुल गांधी को कांग्रेस नेता शकील अहमद खान के बेटे की मौत पर संवेदना जताते हुए बिहार दौरा रद्द कर देना चाहिए, लेकिन बड़े लोगों का अपना फैसला है, शायद वहां संवेदना कम हो. बिहार सरकार में पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने कहा कि कांग्रेस गर्त में चली गई है. राहुल गांधी का आना और जाना बिहार के लिए कोई मायने नहीं रखता.