संसद परिसर में आज विपक्षी नेताओं ने किया जमकर विरोध प्रदर्शन,केंद्र सरकार के चुप्पी पर उठी सवाल
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने आश्चर्य जताया कि भारत और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंध ऐसी स्थितियों को टालने में क्यों कारगर नहीं हो रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने कहा कि अमेरिका को वहां अवैध रूप से रह रहे लोगों को वापस भेजने का कानूनी अधिकार है, लेकिन जिस तरह से उन्हें वापस भेजा गया, हम उसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इस उद्देश्य के लिए नागरिक विमान का इस्तेमाल किया जा सकता था। टीएमसी के कीर्ति आजाद ने भी भारतीयों को वापस भेजने के तरीके पर सवाल उठाया और इस घटना को दर्दनाक करार दिया।
कई विपक्षी सांसदों ने भी सरकार की आलोचना की और उनके साथ किए जा रहे व्यवहार पर सवाल उठाए। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि जिस तरह से भारतीयों को वापस लाया गया, वह सरकार की कमजोरी का प्रमाण है। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘जिस तरह से महिलाओं के साथ व्यवहार किया गया और उन्हें अपराधियों की तरह हथकड़ी लगाकर वापस लाया गया। हम देश का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए देश की प्रतिष्ठा से ज्यादा उनकी व्यक्तिगत छवि महत्वपूर्ण है। यह एक काला दिन है। प्रधानमंत्री चुप हैं।कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने अमेरिका से कथित अवैध प्रवासियों को वापस भारत भेजे जाने के मुद्दे पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव और विरोध प्रदर्शन में शामिल कई अन्य विपक्षी सांसदों ने अपने हाथों में हथकड़ी पहन रखी थी। उन्होंने ‘देश का अपमान नहीं सहेंगे’ और ‘मोदी सरकार हाय हाय’ के नारे लगाए। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कई अन्य विपक्षी नेता प्रदर्शन में शामिल हुए।