बेंगलुरु विपक्षी दलों की मीटिंग में नहीं जाएगी AAP,बुलाई PAC की बैठक
लोकसभा चुनाव में अब साल भर से भी कम समय बचा है. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला NDA अपने सभी पुराने घटकों को जोड़ते हुए बैठक को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में जुटा है. वहीं विपक्षी खेमा अभी भी अपने-अपने मुद्दों को लेकर एक दूजे पर तना खड़ा है. ऐसी ही दो राज्यों में सत्ता के आसन पर बैठी आम आदमी पार्टी विपक्षी खेमे की एक बड़ी कड़ी है, लेकिन इसके साथ आने को लेकर पार्टी की अपनी अलग शर्त है. AAP दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ संसद में सभी विपक्षी दलों के आवाज उठाने की शर्त पर ही विपक्षी गुट में जुड़ने की बात कह रही है. वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर आज मानसून सत्र से पहले आज कांग्रेस पार्टी की मीटिंग है. पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर पर मीटिंग रखी गई है. मानसून सत्र के लिए एजेंडा तैयार किया जाएगा. यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब अगले साल के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष की दूसरी मीटिंग शेड्यूल है. 17-18 जुलाई को बेंगलुरू में विपक्ष की दूसरी बैठक होगी. वही दूसरी तरफ बता दें कि बिहार से जीतन राम मांझी के बाद अब उत्तर प्रदेश से ओम प्रकाश राजभर की भी एनडीए में वापसी हो गई है. पंजाब में शिरोमणि अकाली दल की बातचीत भी अंतिम दौर में बताई जा रही है. उत्तर प्रदेश के एक कद्दावर नेता दारा सिंह चौहान ने समाजवादी पार्टी और विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. राजभर और चौहान, एनडीए चेयरमैन अमित शाह से मिल चुके हैं. दरअसल आपको बताते चलें कि मांझी, राजभर, दारा ये तो संकेत मात्र हैं. गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों बहुत तेजी से भाजपा और एनडीए का कुनबा बढ़ा रहे हैं. वे छोटे दलों को एनडीए और अन्य दलों में मौजूद बड़े नेताओं को भाजपा में शामिल करने की मुहिम में जुटे हैं. शरद पवार जैसे कद्दावर नेता को उनके ही भतीजे अजित पवार के जरिए झटका देना भाजपा की उसी नीति का हिस्सा है.