आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे सरकार पर लगाया गंभीर आरोप,कहा-जनता के पैसों से सरकारी खर्च पर विदेश घूमने में व्यस्त हैं सभी मंत्री
शिवसेना (यूबीटी) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने राज्य सरकार के मंत्रियों पर बड़ा आरोप लगाया है. आदित्य ने कहा है कि मौजूदा महाराष्ट्र सरकार के मंत्री जनता के पैसे से विदेशी दौरा कर रहे हैं. वह विदेशों में जाकर पिकनिक कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान महाराष्ट्र सरकार के मंत्री जनता के पैसे की बर्बादी कर रहे हैं. जब हमने इस पर आवाज उठाई, तब जाकर ये विदेशी दौरे बंद हुए. मातोश्री निवास पर शनिवार (30 सितंबर) को प्रेस वार्ता के दौरान आदित्य ठाकरे ने कहा कि विदेशी दौरे के नाम पर महाराष्ट्र के मंत्री सरकार के करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं. जनता का पैसा बर्बाद किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब हमारी पार्टी ने इस मुद्दे पर आवाज उठाई, तब ये विदेशी दौरे रद्द हुए. आदित्य के आरोपों पर अभी तक महाराष्ट्र सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
आदित्य लगातार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घेरने में लगे रहते हैं. आदित्य ठाकरे के मुताबिक हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जापान का दौरा किया. जिसके लिए एक जीआर भी निकला गया. उन्होंने कहा कि हमें लगा था की जापान सरकार ने उन्हें वहां पर आमंत्रित किया है. उन्हें वहां पर डॉक्टरेट की डिग्री दी गई. हमें लगता था कि यह सारा खर्च जापान सरकार ने उठाया होगा, लेकिन जब हिसाब दिया गया तो पता चला कि यह करोड़ों रुपए महाराष्ट्र के एमआईडीसी विभाग की तरफ से खर्च किए गए हैं. शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ने कहा कि इसी तरह से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जर्मनी और लंदन के दौरे पर जाने वाले थे. मैंने इस मुद्दे पर ट्वीट किया और पूछा कि आप वहां क्यों जाने वाले हैं? उनके पास इसका कोई जवाब नहीं था, क्योंकि इस विदेशी दौरे का कोई मतलब नहीं था. फिर इस विदेशी दौरे को रद्द कर दिया गया. आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर भी घाना में 66वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए जा रहे थे. उनके पास शिवसेना के विधायकों की अयोग्यता मामले पर सुनवाई करके निर्णय लेने का समय नहीं है. मगर वह विदेशी दौरे पर जा रहे हैं. ठाकरे ने आरोप लगाया कि सिर्फ टाइम पास किया जा रहा है और फैसलों को टाला जा रहा है. हालांकि, हमारे आवाज उठाने के बाद उनका दौरा रद्द हुआ और जनता का पैसा बचा।