EXIT Poll को लेकर अखिलेश यादव ने कही बड़ी बात,रिजल्ट से पहले कार्यकर्ताओं को दिया खास संदेश
देश भर में सात चरणों के तहत होने वाले लोकसभा चुनाव का प्रचार-प्रसार अब बंद हो गया है। कल 1 जून को आखिरी चरण के तहत मतदान होना है। वहीं सभी चरणों का मतदान समाप्त होने के बाद 4 जून को मतगणना होगी। चुनाव के परिणाम घोषित होने से पहले ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट की है। अपनी पोस्ट में उन्होंने सपा के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और प्रत्याशियों को सचेत रहने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने एग्जिट पोल्स पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि एग्जिट पोल के आंकड़े झूठ हैं और इनके बहकावे में नहीं आना है।अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि ‘मैं आज आपसे एक बेहद ज़रूरी अपील कर रहा हूं। आप सब कल वोटिंग के दौरान भी और वोटिंग के बाद के दिनों में भी, मतगणना खत्म होने और जीत का सर्टिफिकेट मिलने तक पूरी तरह से सजग, सतर्क, सचेत और सावधान रहिएगा और किसी भी प्रकार के भाजपाई बहकावे में न आइएगा।’उन्होंने आगे लिखा है कि ‘दरअसल ये अपील हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भाजपावालों ने ये योजना बनायी है कि कल शाम को चुनाव खत्म होते ही, वो अपनी ‘मीडिया मंडली’ से विभिन्न चैनलों पर ये कहलवाना शुरू करेंगे कि भाजपा को लगभग 300 सीटों के आसपास बढ़त मिली हुई है, जो कि पूरी तरह से झूठ है। ऐसे में आपके मन में ये सवाल उठेगा कि भाजपा को इस दो-तीन दिन का झूठ बोलने से क्या मिलेगा, जबकि ‘इंडिया गठबंधन’ की सरकार बनने जा रही है।’उन्होंने लिखा है कि ‘इसके जवाब में हम आपको बता दें कि ऐसा झूठ फैलाकर भाजपा वाले आप सबका मनोबल गिराना चाहते हैं, जिससे आपका उत्साह कम हो जाए और आप लोग मतगणना के दिन सावधान और सक्रिय न रहें, जिसका फायदा उठाते हुए भाजपा कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से मतगणना में धांधली कर सके। ध्यान रहे जो भाजपाई चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव में कोर्ट द्वारा लगवाए गये कैमरों के सामने धांधली करने का बेशर्म दुस्साहस कर सकते हैं, वो चुनाव जीतने के लिए कोई भी घपला-घोटाला करने के लिए उतारू हो सकते हैं, इसीलिए ये सजगता ज़रूरी है।’कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए उन्होंने लिखा है कि ‘इसीलिए आप लोगों से ये विशेष अपील है कि आप लोग किसी भी भाजपाई ‘एक्जिट पोल’ के बहकावे में नहीं आएं और पूरी तरह से चौकन्ना रहते हुए, अपना आत्मविश्वास बनाए रखते हुए डटे रहें और जीत के अपने मूल-मंत्र ‘मतदान भी सावधान भी’ को याद रखते हुए, जीत का प्रमाण-पत्र लेकर ही संविधान, लोकतंत्र और देश की जनता की जीत का उत्सव मनाएं।’