मणिपुर की घटना पर सभी राजनितिक दलों को गंभीर होना होगा: मायावती
सरकार मणिपुर हिंसा पर संसद में चर्चा और बहस के लिए तैयार है. गृह मंत्री अमित शाह ने संसद सत्र शुरू होने से पहले ही मणिपुर पर चर्चा के लिए लोकसभा स्पीकर को सहमति दे दी. 15 जुलाई को ही गृह मंत्रालय ने स्पीकर ऑफिस को इस मसले पर चर्चा में हिस्सा लेने का सहमति पत्र दे दिया था. गृह मंत्री ने किसी भी दिन, किसी भी समय चर्चा कराने की सहमति दे रखी है. वही दूसरी तरफ बता दें ताकि पीएम उम्मीदवार ने गुरुवार को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का हालचाल जाना. पीएम मोदी ने जब सत्र की शुरुआत में सोनिया गांधी की तबीयत के बारे में पूछा, तब उन्होंने पीएम से मणिपुर पर ही सवाल कर दिया. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि ‘मेरा हाल तो ठीक है, मणिपुर ठीक नहीं है. मुझे मणिपुर की महिलाओं की चिंता है और सदन में इसपर चर्चा होनी चाहिए.वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का हाल-चाल पूछा है. वही इधर बताते चलें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मणिपुर हिंसा पर कहा कि मणिपुर में जो कुछ भी हुआ है उससे पूरा देश शर्मसार है. मणिपुर की घटना पर संसद में चर्चा की ऑल पार्टी मीटिंग में भी मैंने कहा था कि इस घटना पर चर्चा होनी चाहिए. कुछ राजनीतिक दल चाहते हैं कि चर्चा न हो. मणिपुर को लेकर विपक्ष को जितना गंभीर होना चाहिए उतना नहीं है.