चुनाव के लिए औरंगजेब की जरूरत,हिंदुत्व का दुर्भाग्य,BJP पर संजय राउत का हमला

 चुनाव के लिए औरंगजेब की जरूरत,हिंदुत्व का दुर्भाग्य,BJP पर संजय राउत का हमला
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दंगे कभी विपक्ष के लोग नहीं करवाते. उत्तर प्रदेश से बिहार तक, महाराष्ट्र से दिल्ली तक के रिकॉर्ड खंगाल लें, सच साफ हो जाएगा. कोल्हापुर में जो हुआ उसमें 60 फीसदी लोग बाहर से आए थे. राजनीति के लिए, चुनाव के लिए आपको औरंगजेब की जरूरत पड़ती है, यह आपके हिंदुत्व के लिए दुर्भाग्य की बात है. इन शब्दों में ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने औरंगजेब का स्टेटस रखे जाने के खिलाफ कोल्हापुर में पैदा हुए तनाव के लिए बीजेपी और महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जिम्मेदार ठहराया है.संजय राउत ने कहा कि, राज्य सरकार का इंटेलिजेंस पूरी तरह से फेल हुआ. यह सरकार भले ही अवैध है, फिर भी सत्ता में है. इस वजह से राज्य की जनता की संपत्ति, उनकी जिंदगी की देख-भाल करना इनकी जिम्मेदारी है.eknath shinde news लेकिन ये दंगे भड़का रहे हैं. क्योंकि आपको आगे चुनाव दिखाई दे रहा है. आपको अपनी राजनीति के लिए औरंगजेब की जरूरत पड़ती है, यह आपके हिंदुत्व के लिए दुर्भाग्य की बात है. वही दुसरी ओर बता दें कि इधर महाराष्ट्र की राजनीतिक में एक अहम फैसला हुआ है. इस फैसले के मुताबिक आगामी लोकल बॉडी के चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव एक साथ चुनाव लड़ेंगें. वही दूसरी तरफ बता दें कि एनसीपी नेता अजीत पवार ने एकबार फिर से बीजेपी की टेंशन को बढ़ा दिया है। महाराष्ट्र में आम चुनाव से पहले बीजेपी को हराने का दावा किया है। वही इधर बता दें कि बीजेपी और शिंदे गुट के यह चुनावी गठबंधन 2024 लोकसभा चुनाव और उसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भी कायम रहेगा. यह फैसला सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की बैठक में लिया गया है.devendra fadanvis 96074739 दोनों नेताओं ने सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात कर आगामी चुनावों के संबंध में विचार विमर्श किया है.यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोशल मीडिया पर दी थी, इसके साथ ही बताया है कि महाराष्ट्र में सरकार चला रहीं दोनों पार्टियों ने संयुक्त रूप से फैसला लिया है कि आगामी चुनाव मिलकर ही लड़ा जाएगा. इस समय महाराष्ट्र में लोकल बॉडी चुनाव की तैयारियां चल रही हैं. ऐसे में दोनों पार्टियों का यह फैसला महाराष्ट्र की राजनीति में बेहद अहम माना जा रहा है.

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