सांसद दानिश अली के ऊपर बीजेपी ने पीएम को नीच कहने का लगाया आरोप,कार्रवाई के लिए लोकसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र
लोकसभा में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की ओर से बीएसपी सांसद दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किए जाने के बाद मामले में नया मोड़ आया है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि दानिश अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए नीच शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे बिधूड़ी आपा खो बैठे.बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि लोकसभा में चर्चा के दौरान जब यह विवाद हुआ तब वह वहीं थे. पीएम मोदी एक गरीब परिवार के हैं इसलिए दानिश अली लगातार उनके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे. उन्होंने पीएम मोदी को नीच कहा. वह अपने नाम के आगे कुंवर दानिश अली लगाते हैं इसलिए दूसरों को कीड़ा मकोड़ा समझते हैं.हालांकि बीजेपी के इन आरोपों को दानिश ने सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी आरएसएस से नेताओं को यही ट्रेनिंग मिली है कि एक झूठ को सौ बार बोलो ताकि सच लगने लगे. दानिश अली ने चुनौती दी है कि पीएम के खिलाफ किसी भी तरह के अपशब्द अगर उन्होंने लोक सभा में कहा है, तो उसका प्रमाण बीजेपी सामने लाए.दानिश अली ने शनिवार (23 सितंबर) न्यूज एजेंसी एएनआई से खास बातचीत में कहा, “भाजपा की क्राइसिस मैनेजमेंट टीम ने 48 घंटे तक मंथन करने के बाद अगर मुझ पर कोई आरोप लगाया तो ढंग का लगाए होते. मैं इतना नहीं गिरा हूं कि पीएम के खिलाफ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करूंगा. उनका आरोप निराधार है।
“लोकसभा में संसद के बजट सत्र के आख़िरी दिन 21 सितंबर को खड़े हुए विवाद को लेकर दानिश ने कहा कि वहां जो भी हुआ वह रिकॉर्ड पर है. रमेश बिधूड़ी प्रधानमंत्री पद की गरिमा को तार तार कर रहे थे. मैंने उस पर ऑब्जेक्शन किया कि माननीय प्रधानमंत्री जी के बारे में ऐसा कोई रेफरेंस, अनपार्लियामेंट्री शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अगर यही कहना मेरा अपराध है तो सजा भोगने के लिए तैयार हूं.”उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, “मैं निशिकांत दुबे और पूरी भारतीय जनता पार्टी को चुनौती दे रहा हूं कि मेरे खिलाफ जो भी आरोप लगा रहे हैं उससे संबंधित कोई भी हल्की आवाज सामने ला दें. क्योंकि सब कुछ रिकॉर्ड पर है. उन्होंने नई पार्लियामेंट की व्यवस्था पर तंज करते हुए कहा कि नया पार्लियामेंट इतना शानदार है कि जहां मैं बैठा था और जहां रमेश बिधूड़ी बैठे थे, वहां से दोनों एक दूसरे को सुनने के लिए बिना माइक का कुछ कर ही नहीं सकते.”दानिश ने कहा कि पीएम के खिलाफ मैंने कुछ भी अपशब्द कहा है, ऐसा आरोप बेबुनियाद है. बीजेपी नेताओं की कार्यप्रणाली ही ऐसी है. इन्हें संघ और बीजेपी से ट्रेनिंग मिली है कि एक झूठ को 100 बार बोलो और उसे सच बना दो।