इस मुद्दे पर अचानक BJP और कांग्रेस हुई एक,केरल सरकार के खिलाफ दोनों ने फूंक दिया बिगुल
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक-दूसरे की धुर विरोधी पार्टियां हैं, लेकिन वो देश में एक ऐसे मुद्दे पर एकजुट हो गई हैं, जिसने सुर्खियां बटोरी हैं. दरअसल, वामपंथी शासित केरल में प्रस्तावित निजी शराब बनाने की यूनिट स्थापित करने के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस और बीजेपी भी शामिल हो गई हैं. दोनों पार्टियों ने रविवार को पलक्कड़ जिले में विरोध प्रदर्शन किया. आबकारी मंत्री एमबी राजेश ने विरोध को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया।पलक्कड़ से कांग्रेस के सांसद वीके श्रीकंदन ने ओएसिस कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि एलापुली पंचायत के चुट्टीपारा में शराब बनाने की यूनिट की जरूरत नहीं थी. श्रीकंदन ने कहा कि शराब कंपनी का मंत्री की ओर से बचाव करना करोड़ों की रिश्वत लेने का सबूत है.
सरकार ने कहा है कि जल प्राधिकरण यूनिट को पानी की आपूर्ति करेगा, जबकि लोग पीने के पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।कांग्रेस विधायक वीडी सतीसन ने मंत्री को कंपनी का प्रोपेगेंडा मैनेजर बताया. उन्होंने पूछा, ‘इस कंपनी के मालिक दिल्ली शराब नीति मामले में शामिल हैं और उन पर पंजाब में भूजल को दूषित करने के लिए केंद्रीय और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों द्वारा आरोप लगाए गए हैं. ऐसी कंपनी को अनुमति क्यों दी गई?’ उन्होंने कहा, ‘क्या केरल में संचालित किसी डिस्टिलरी को शराब नीति में बदलाव और शराब प्रोडक्शन की इजाजत देने के सरकार के फैसले के बारे में पता था? एमपी और पंजाब में संचालित इस कंपनी के अलावा देश की किसी अन्य कंपनी को पॉलिसी बदलने के बारे में पता नहीं था।