विपक्षी एकता के महाजुटान पर बीजेपी का हमला,एकजुटता को बताया नाटक
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी बयानबाजी का दौर जारी है। एक बार फिर बीजेपी ने विपक्षी एकता पर हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा ये विपक्षी दलों की एकता नहीं भ्रष्टाचारियों की एकता है। ये सभी देश की अखंडता और एकता के प्रति गंभीर नहीं है। और भाजपा के राष्ट्रवाद पर चोट कर रहे हैं। तुष्टिकरण की राजनीति में डूब चुके हैं। अपने संपत्ति खोने और जेल जाने के डर से एकजुटता ता प्रदर्शन कर रहे हैं। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर विपक्षी एकता को धार देने में जुटे बिहार के सीएम नीतीश कुमार के अभियान को बड़ा मुकाम हासिल हुआ है। 12 जून को पटना में विपक्षी दलों की महाबैठक होगी। जिसमें लोकसभा चुनाव को में बीजेपी को हराने और आगामी रोडमैप पर चर्चा होगी। विपक्षी दलों के इस महाजुटान में दो दर्जन से ज्यादा विपक्षी दल शामिल होंगे। इस बात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी।रविवार को जदयू के दो दिवसीय संसद सत्र को संबोधित करने के दौरान उन्होने कहा कि हमलोग विपक्षी एकता के काम को आगे बढ़ा रहे हैं। जल्द ही इसका सार्थक परिणाम निकलेगा। विपक्षी दलों की बैठक की तारीख भी तय कर दी गई है। 12 जून को पटना में यह बैठक होगी। उन्होने कहा कि जब हमने महागठबंधन बनाया तो देश के तमाम सियासी दलों ने इस काम की तारीफ की थी। 12 जून को प्रस्तावित इस महाबैठक कई दलों को नेता शामिल होंगे। संयुक्त बैठक में शामिल होने वाले विपक्षी दलों के नेताओं में ये नाम शामिल रहेंगे। दरअसल आपको बताते चलें कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अभी भी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने से साफ इन्कार कर दिया है। हालांकी बीते दिनों की बात की जाए तो सीएम नीतीश कुमार ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात कर विपक्षी दलों के साथ आने का आह्वान किया था।