भाजपा धन बल के जरिये कर्नाटक चुनाव जीतना चाहती है : कांग्रेस का तीखा हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने बुधवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा धन बल के जरिये वि- धानसभा चुनाव जीतना चाहती है क्योंकि उसके पास लोगों को दिखाने के लिए कोई विकास कार्य नहीं है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विधानसभा चुना- वों के प्रचार के दौरान महंगाई और राज्य में बेरोजगारी तथा भ्रष्टाचार पर चुप्पी साधे रहने का भी आरोप लगाया है।वही दूसरी तरफ बता दें कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने वरुणा में कहा कि राज्य के लोगों के रुझान को देखकर लगता है कि कांग्रेस यहां पर 130 से 150 सीटें जीतेगी. जबकि बीजेपी सरकार के खिलाफ लोगों में आक्रोश है.वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर कर्नाटक विधानसभा चुनाव में नेताओं के महासंग्राम के बाद अब बारी जनता की आ गई है. दरअसल आज मतदान का महायुद्ध शुरु होगा. कर्नाटक की जनता 224 विधानसभा सीटों पर अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करने जा रही है. बता दें कि पूरे राज्य में 58545 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर वोटिंग होनी है. कर्नाटक में मुख्य राजनीतिक दल बीजेपी, कांग्रेस और जनता दल सेकुलर हैं. इसमें वर्तमान में बीजेपी सत्ता पर काबिज है और उसने दोबारा सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.दरअसल कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यभर में 19 जनसभा और छह रोड शो किए. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 16 जनसभा और 14 रोड शो में शामिल हुए. इनके अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी चुनाव की कमान संभाली और 10 जनसभाएं और 16 रोड शो की और जनता से बीजेपी के पक्ष में वोट की अपील की. इसके अलावा तमाम केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी कर्नाटक में धुंआधार प्रचार किया था।वही आपको बतातें चले कि बीजेपी ही नहीं कांग्रेस ने भी कर्नाटक में अपनी पूरी ताकत झोंक दी. इसके लिए राहुल गांधी 20 दिनों तक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कर्नाटक में डेरा डाले रहे. वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कर्नाटक में पार्टी के पक्ष में जमकर प्रचार किया. इसके साथ ही कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में मुस्लिम कोटा वापस देने, अलग-अलग वर्गों के लिए रिजर्वेशन, आर्थिक मदद और मुफ्त उपहार देने के लुभावने वादे किए हैं।