एमपी और राजस्थान के उम्मीदवारों के नाम पर आज बीजेपी की राष्ट्रीय कमिटी करेगी चर्चा
पांचों राज्यों में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राजधानी दिल्ली में आज राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी की अहम बैठक होनेवाली है। दोनों चुनावी राज्यों में टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी मंथन करने वाली हैं। बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक मंगलवार को जेपी नड्डा के आवास पर होगी। दोपहर 12 बजे राजस्थान कोर ग्रुप और दोपहर 3 बजे के बाद मध्य प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक होगी। इन बैठकों में वसुंधरा राजे सिंधिया और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित दोनों प्रदेशों के बड़े नेता शामिल होंगे।इस बैठक के बाद मध्यप्रदेश बीजेपी की तीसरी और राजस्थान बीजेपी की दूसरी लिस्ट पर फाइनल मुहर लगने वाली है।मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने अब तक तीन अलग-अलग सूचियों में 79 उम्मीदवारों की घोषणा की है और अब तक तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित कई सांसदों को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने अब तक उम्मीदवारों की कोई सूची जारी नहीं की है। मध्य प्रदेश में अब तक मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच रहा है। बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के साथ क्षेत्रीय दल गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी का भी प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में प्रभाव है। इस बार के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी ताल ठोंकने को तैयार है और उसने अब तक 39 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। विपक्षी गठबंधन ‘ इंडिया ’ के दो प्रमुख सदस्य आप और कांग्रेस ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे मप्र चुनाव में गठबंधन सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ेंगे या नहीं।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 21 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर होगी। नामांकन पत्रों की जांच 31 अक्टूबर को की जाएगी और नाम वापस लेने की अंतिम तारीख दो नवंबर होगी। कुमार ने बताया कि मध्य प्रदेश में एक ही चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा और तीन दिसंबर को मतों की गिनती की जाएगी।
वर्ष 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस चुनाव में 109 सीटें जीती थीं। कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में विधायकों के एक गुट के विद्रोह के चलते कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से बाद में भाजपा सत्ता में लौटी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने।राजस्थान की बात करें तो बीजेपी यहां एक बार फिर परचम लहराने की पूरी कोशिश कर रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा सोमवार को उदयपुर पहुंचे। नड्डा ने उदयपुर संभाग में पार्टी के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक की और जोधपुर के लिए रवाना हो गए। उल्लेखनीय है कि गुलाब चंद कटारिया के असम का राज्यपाल बनने के बाद उदयपुर सीट खाली हो गई थी। जोधपुर में नड्डा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया ।