बीजेपी नेताओं के ऊपर हुई लाठीचार्ज का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट,नीतीश सरकार को लग सकता है फटकार
जहानाबाद के बीजेपी कार्यकर्ता विजय सिंह की पटना में मौत और बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान पुलिसिया लाठीचार्ज का मामला मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गयी है। BJP कार्यकर्ता भूपेश नारायण ने वकील वरुन कुमार सिन्हा के जरिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की है। उन्होंने इस घटना को साजिश बताया। याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से मामले की जांच CBI को सौंपे जाने या फिर अपनी तरफ से SIT का गठन करने की अपील की। अधिवक्ता वरूण कुमार सिन्हा द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिका में बिहार के डीजीपी और सीएस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पक्षकार बनाया गया है। मामला सीबीआई को ट्रांसफर करने की मांग की गयी है। वही सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत जज की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन करने की मांग की गयी है। गौरतलब है कि बिहार में शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल नीति को खत्म करने, शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्ज देने और तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा के तरफ से 13 जुलाई को विधानसभा मार्च का आयोजन किया था।
बीजेपी के कार्यकर्ता गांधी मैदान से पैदल प्रदर्शन करते हुए विधानसभा के तरफ जा रहे थे तभी डाकबंगला चौराहे के पास पुलिस ने इन लोगों को रोक दिया और फिर जमकर लाठियां बरसाई गई। इस दौरान पुलिस ने महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के ऊपर लाठियां बरसाईं। सिग्रीवाल बार बार कहते रहे कि वे सांसद है लेकिन पुलिस उनपर लाठी बरसाती रही। वही प्रदर्शन के दौरान जहानाबाद से बीजेपी के महामंत्री विजय सिंह की मौत हो गयी। बीजेपी के नेताओं का आरोप है कि पुलिसिया लाठीचार्ज में घायल होने के बाद विजय सिंह की मौत पीएमसीएच में हुई है। जबकि पुलिस का कहना है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए डाकबंगला चौराहे पर हल्का बल प्रयोग किया गया था लोगों को विधानसभा की ओर जाने से रोका गया था। उस वक्त मृतक विजय सिंह डाकबंगला में मौजूद नहीं थे। उन्हें गांधी मैदान जेपी गोलंबर से छज्जूबाग की ओर जाते सीसीटीवी में देखा गया है। उनके शरीर पर किसी तरह के चोट का निशान नहीं पाया गया है। 13 जुलाई को बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज की घटना को लेकर बीजेपी ने छह लोगों के खिलाफ पटना सिविल कोर्ट में भी कम्पलेंट केस फाइल किया गया है। इस केस में हत्या, हत्या का प्रयास छेड़खानी समेत कई तरह के आरोप लगाये गये हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, पटना एसएसपी राजीव मिश्रा,गांधी मैदान थानाध्यक्ष अरुण कुमार, पटना पुलिस उपाधीक्षक अशोक कुमार सिंह 6 लोगों पर कंप्लेंट केस फाइल किया गया है। भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू ने पटना व्यवहार न्यायालय सीजेएम पटना के यहां आज कंप्लेंट फाइल किया है। इस बात की जानकारी पटना सिविल कोर्ट के वकील सुनील कुमार सिंह ने दी है। अधिवक्ता ने बताया कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव समेत 6 लोगों के खिलाफ धारा 302,307,341 323 समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया गया है।पटना सिविल कोर्ट के वकील सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पटना व्यवहार न्यायालय सीजेएम पटना यहां आज कंप्लेंट फाइल किया गया है। 13 जुलाई को बीजेपी का विधानसभा मार्च था। इस दिन गांधी मैदान से विधानसभा के लिए बीजेपी कार्यकर्ता शांतिपूर्वक पैदल मार्च पर निकले थे। जिसमें बीजेपी के कई कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे। मार्च के दौरान अचानक नीतीश कुमार के इशारे पर और तेजस्वी यादव के दबाव में आकर बिहार पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें बीजेपी नेता विजय सिंह की निर्मम हत्या कर दी गयी। वही कई भाजपा नेता के साथ मारपीट की गयी और महिला भाजपा नेता के साथ छेड़खानी किया गया। इसी दौरान भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू की भी पिटाई की गयी। पीएमसीएच में इलाज के बाद लौटे भाजपा नेता कृष्णा कुमार कल्लू ने गुरुवार को पटना व्यवहार न्यायाल में परिवाद पत्र दायर किया है। उन्होंने सैकड़ों पुलिस निरीक्षक और पुलिस वालों के खिलाफ भी मुकदमा दायर किया है।