चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 11 इलाकों का बदला नाम,भारत बोला-नाम बदलने से सच्चाई नहीं बदल सकती
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब चीन ने इस तरह की हिमाकत दिखाई है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि पिछले पांच सालों में चीन ने तीन बार नाम बदला है. उन्होंने इसके लिए केंद्र की नीतियों को जिम्मेदार बताया है.खरगे ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कुछ जानकारी भी शेयर की है जिसमें उन्होंने बताया है कि चीन ने कब-कब अरुणाचल के क्षेत्र का नाम बदलने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि 21 अप्रैल 2017 को चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 6 जगहों का नाम बदला था. ट्वीट के अंत में कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा.कांग्रेस नेता के दावे के मुताबिक, चीन ने 30 दिसंबर, 2021 को अरुणाचल प्रदेश के 15 इलाकों के नाम बदलने की हिमाकत की थी. और अब 3 अप्रैल को 11 जगहों का नाम बदला है. उन्होंने अपने ट्वीट के अंत में कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा.दरअसल, चीन अपनी विस्तारवादी नीति को आगे बढ़ते हुए सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के 15 इलाकों का नाम बदल दिया था. चीन इन इलाकों को दक्षिण तिब्बत होने का दावा करता है. चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने जिन 11 इलाकों का नाम उसमें दो भूमि क्षेत्र, दो आवासीय क्षेत्र, पहाड़ी की पांच चोटियां और दो नदियों के नाम शामिल हैं.वही आपको बतातें चले कि चीन की इस हरकतों पर भारत ने भी पलटवार किया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि वो अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन की ओर से उठाए गए कदमों को सिरे से खारिज करता है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन अरुणाचल प्रदेश के 11 इलाकों का नाम बदलकर वास्तविकता को नहीं बदल सकता है. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है।और रहेगा.