हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे चिराग,BJP से मिली हरी झंडी,चाचा पारस को छोड़नी पड़ेगी सीट
बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में एंट्री मिलने के साथ ही एलजेपी के चीफ चिराग पासवान 2024 में लोकसभा चुनाव जमूई से नहीं बल्कि हाजीपुर सीट से लड़ेंगे. बीजेपी से चिराग को हरी झंडी मिल चुकी है. सूत्रों के मुताबिक चिराग हाजीपुर संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतरने को लेकर मजबूती से तैयारी कर रहे हैं. इसके चलते केंद्रीय मंत्री पशुपतिनाथ पारस के लिए कोई और लोकसभा सीट तलाशना ही एकमात्र विकल्प रह गया है. चाचा-भतीजे के बीच सियासी वर्चस्व की जंग में पहले राउंड में चाचा भले ही पार्टी के सांसदों को मिलकर केंद्र में मंत्री बन थे, लेकिन अब भतीजा भारी पड़ता नजर आ रहा है.दरअसल बीजेपी चिराग को बिहार में बेहद महत्वपूर्ण सहयोगी मान रही है. बीजेपी अपने इंटरनल सर्वे के जरिए भी जान चुकी है कि रामविलास पासवान के निधन के बाद एलजेपी के समर्थकों की असली पसंद चिराग पासवान ही हैं और सियासी वारिस भी वही हैं, इसलिए 6 फीसदी पासवान समाज को जोड़े रखने के लिए चिराग का साथ रखना एनडीए की मजबूती के लिए अहम है, जिसके चलते हाजीपुर सीट का भी करार हो गया है.हाजीपुर लोकसभा सीट चिराग के पिता और दिवंगत नेता रामविलास पासवान का चुनावी क्षेत्र रहा है. यहां से रामविलास पासवान कई बार रिकॉर्ड मार्जिन से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. इसीलिए पिता के निधन के बाद चिराग पासवान पिता की सियासी विरासत को मजबूती से अपनी पकड़ बनाए रखने की चाहत रखते हैं. चिराग हाजीपुर से चुनावी मैदान में उतरकर ये मैसेज साफ तौर पर देना चाहते हैं कि वो ही दिवंगत नेता रामविलास पासवान के असली राजनीतिक वारिस हैं. इतना ही नहीं चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान की विरासत की राजनीति पर सिर्फ और सिर्फ खुद की पकड़ मजबूत करना चाह रहे हैं.