सीएम नीतीश ने ईद पर दी बिहारवासियों को बधाई,बोले-भाईचारा बनी रहे….
ईद उल फितर का त्योहार आज पूरे बिहार हर्षोल्लास के साथ बिहार में मनाया जा रहा है। पटना के गांधी मैदान में नमाज अदा की गई जिसमें बड़ी संख्या में सभी धर्म के लोग शामिल हुए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी गांधी मैदान पहुंचे और बिहार वासियों को ईद की मुबारकबाद दी। सीएम ने इस मौके पर नमाज के बाद सेवई भी खाई ।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में भाईचारा बनी रहे इसके लिए हम हमेशा काम करते हैं। अभी माहौल बहुत अच्छा है। पूरे एक माह रोजा रखा गया और उसके बाद आज ईद मनाई जा रही है। इस अवसर पर सभी लोग बहुत खुश हैं और मैं भी उनकी खुशी में शामिल हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। कोई भी धर्म मेरे लिए गैर नहीं है।वहीं दूसरी ओर बता दें कि भारत में आज धूमधाम से ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा। कल सऊदी अरब में ईद के चाँद का दीदार हो गया था। जिसके बाद आज भारत में भी चाँद नज़र आ गया है। वहीं मुस्लिम समुदाय में रमजान का पवित्र माह समाप्त होने के साथ ईद का पर्व मनाया जाता है। रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत 24 मार्च से हो गई थी। जिसके बाद 29 से 30 रोजा रखने के बाद चांद को देखकर ईद का ऐलान किया जाता है।भोपाल शहर के काजी मौलाना सैयद मुश्ताक अली नदवी साहब ने एलान किया ईद इंशाअल्लाह 22 अप्रैल 2023 को होगी। आमतौर पर भारत में ईद अरब देशों में ईद मनाने के एक दिन बाद मनाई जाती है। क्योंकि अरब देशों में ईद का चांद एक दिन पहले नजर आता है। 20 अप्रैल को सऊदी अरब में चांद का दीदार हो गया है ऐसे में अरब देशों में 21 अप्रैल को तो भारत में 22 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी। हालांकि अगर आज चाँद नजर नही आता तो ईद एक दिन बाद मनाई जाती।ईद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिदों में नवाज अदा करते हैं और एक दूसरे को गले लगाकर ईद मुबारक कहते हैं। बता दें, यह अल्लाह को शुक्रिया अदा करने का दिन भी माना जाता है। वहीं धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, पैगंमबर मुहम्मद साहब ने सन् 624 ईस्वी. में बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। उस जीत की ख़ुशी में भी इसे मनाया जाता है।ईद-उल-फितर रमजान के रोजा की समाप्ति पर सुबह से शाम तक मनाया जाता है. दुनिया भर के मुसलमान उत्साह के साथ त्योहार मनाते हैं. इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और सबसे पहले नमाज पढ़ने मस्जिद में जाते हैं. घरों में कई तरह के पकवान बनते हैं. इसमें बिरयानी, कबाब और मीठी सेवई का विशेष महत्व होता है. साथ ही इस दिन घर से बड़े सदस्यों की ओर से छोटों को उपहार भी दिए जाते हैं, जिसे ईदी कहा जाता है.