सीएम सरमा ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को PFI और कट्टरपंथी मुस्लिम संगगठनों जैसा बताया
कर्नाटक चुनाव के लिए कांग्रेस ने भी अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी किया. इस दौरान राज्य के पार्टी अध्यक्ष डीके शिवकुमार, रणदीप सुरजेवाला और सिद्धारमैया भी मौजूद थे.कांग्रेस के घोषणापत्र में कर्नाटक की जनता से कई तरह के वादे किए गए हैं। वहीं बीजेपी ने सोमवार को अपना घोषणापत्र जारी किया था। जिसमें यूनिफॉर्म सिविल कोट से लेकर बीपीएल परिवार फ्री में गैस सिलेंडर देने का जिक्र किया गया था।वही दूसरी तरफ बता दें कि कल बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में कर्नाटक में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने का वादा किया है. बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में 7 ‘A’ को ध्यान में रखा है. इनमें Anna, Akshara, Aarogya, Abhivruddhi, Aadaya और Abhaya शामिल हैं. इसके साथ ही बीजेपी ने बीपीएल कार्ड धारकों को तीन फ्री कुकिंग गैस सिलेंडर देने का वादा किया है. इसके अलावा हर वार्ड में एक अटल आहार केंद्र स्थापित करने और पोषण स्कीम के तहत हर बीपीएल कार्ड धारक परिवार को आधा लीटर नंदिनी दूध देने का वादा किया है.वही आपको बताते चले कि बीजेपी ने गरीब लोगों को राज्य में 10 लाख घर देने की भी घोषणा की है. वहीं सामाजिक न्याय निधि स्कीम के तहत एससी-एसटी महिलाओं को पांच साल के लिए 10 हजार रुपये की एफडी करने का वादा किया है.वही दूसरी तरफ बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर तंज कसते हुए कहा, यह तो पीएफआई और कट्टरपंथी संगठनों के घोषणा पत्र की तरह है. उन्होंने कहा, कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पीएफआई पर प्रतिबंध की बात की है, तो मैं पूछना चाहता हूं कि उन्होंने पहले कार्रवाई क्यों नहीं की. पीएफआई पर पहले से ही प्रतिबंध है. सिद्धारमैया सरकार ने पीएफआई के मामले वापस लिए इसलिए वे कह रहे हैं कि मुसलमानों को खुश करने के लिए वे बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा देंगे. उन्होंने कहा, कांग्रेस का घोषणापत्र पीएफआई और कट्टरपंथी मुस्लिम संगठनों के घोषणापत्र जैसा दिखता है.