अखिलेश नहीं मायावती पर दांव लगा रही कांग्रेस,कई जगह है साथ की जरूरत
मायावती की पार्टी को साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से जो कांग्रेस बीजेपी की बी टीम बता रही थी वो अब बीएसपी के साथ आने वाले चुनाव में करार करने के प्रयास में जुट गई है . इस बात का अंदाजा 22 जून के बीएसपी के उस प्रेस नोट से लगाया जा सकता है जिसमें बीएसपी कांग्रेस को टार्गेट करने को लेकर बेहद सावधानी बरतती हुई दिख रही है. ज़ाहिर है जो बीएसपी साल 1996 में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद कांग्रेस के खिलाफ आग उगलती रही है वही बीएसपी कांग्रेस के खिलाफ शब्दों के चयन में सावधानी बरत रही है. वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर हाल ही के दिनों में बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई थी। इस बैठक में 15 दल शामिल हुए थे। इसके साथ ही विपक्षी दलों की बैठक में सभी दलों ने अपनी अपनी बात कही थी। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार को विपक्षी दलों का संयोजक बनाया गया था। वही आपको बताते चलें कि अगली बैठक अब बेंगलुरु में होने वाले हैं। इस बैठक में सीट का बंटवारा होने वाला है।