2024 में जीत के लिए कांग्रेस ने बनाई प्लान,महिला और दलित वोट के सहारे बीजेपी को देगी टक्कर
हैदराबाद में हुई कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में पार्टी ने खुद को फिर से खड़ा करने के लिए मंथन किया. इस दौरान लोकसभा चुनाव 2024 के साथ-साथ इस साल के अंत में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी रणनीति बनाई गई. बैठक में सबसे अहम बात रही पार्टी का संकल्प जो उसने अपने खोते जनाधार को फिर से पाने के लिए बनाया है.इसमें कुछ संकल्प जहां सीधे लोगों से जुड़े हैं और उन्हीं को ध्यान में रखकर बनाया गए हैं, पार्टी ने इन संकल्पों की सूची भी जारी की है. आइए जानते हैं क्या हैं पार्टी के संकल्प और इससे क्या होगा फायदा.कांग्रेस ने इस बैठक में जो भी संकल्प तय किए हैं, उससे जुड़ी एक लिस्ट भी मीडिया में जारी की है. इसमें सबसे अहम है सत्ता में बैठी सरकार को घेरने का.पार्टी ने यह संकल्प लिया है कि वह मोदी सरकार की गलत नीतियों का लगातार विरोध करेगी।
कार्यकर्ताओं से भी इसकी अपील की गई है.कांग्रेस महिला वोटरों को भी ध्यान में रखकर चल रही है. ऐसे में पार्टी ने महिला आरक्षण विधेयक संसद के विशेष सत्र के दौरान पारित किया जाए, इसे भी सुनिश्चित करेगी.पार्टी ने अपने संकल्प में एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण की मौजूदा ऊपरी सीमा को बढ़ाने की मांग करने की भी बात कही है.कांग्रेस ने इस बैठक में देश को विभाजनकारी राजनीति से दूर रखने का भी आह्वान किया. कांग्रेस ने इस दौरान विभाजनकारी राजनीति से मुक्त करने के लिए I.N.D.I.A पहल को वैचारिक और चुनावी सफल बनाने का भी संकल्प दोहराया.पार्टी का एक और संकल्प रहा, जिसमें उसने कहा कि सीईसी, ईसी नियुक्ति विधेयक को पार्टी जरूर देखेगी, पार्टी का कहना है कि यह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग की स्वतंत्रता से समझौता है।