कांग्रेस पार्टी ने हमेशा अंबेडकर का अपमान किया है,केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर बोला हमला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को लेकर की गई एक टिप्पणी को लेकर आज बुधवार को संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ. शाह से माफी की मांग करते हुए विपक्षी सांसदों ने संसद की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे और सांसदों के शोर के बीच राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर निशाना साधा, और कहा कि पार्टी ने हमेशा अंबेडकर का अपमान किया है.संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बयान को लेकर मचे हंगामे के बीच राज्यसभा में कहा, “कांग्रेस ने वर्षों से बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान किया है. कांग्रेस ने जानबूझकर 1952 में अंबेडकर को हरवाया था, फिर विदर्भ में हुए उपचुनाव में भी कांग्रेस पार्टी ने अंबेडकर को हरवाया. अंबेडकर जैसे व्यक्ति को हराकर उन्होंने देश को मूर्ख बनाया है.
गृह मंत्री यही बात कह रहे थे.”रिजिजू ने संसद के बाहर कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी बाबा आंबेडकर का सम्मान करती है और यह पूरा देश जनता है, लेकिन कांग्रेस गृह मंत्री अमित शाह के बयान के एक छोटे से क्लिप को निकाल कर उसको तोड़ मरोड़ कर पेश कर रही है. उसका मिसयूज कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि संसद सत्र के दौरान, कांग्रेस और कुछ विपक्षी नेताओं ने गृह मंत्री की ओर से कही गई बातों की क्लिप को संपादित की है.उन्होंने आगे कहा, “मैं कांग्रेस पार्टी की नौटंकी की निंदा करता हूं जो बाहर अंबेडकर की तस्वीर पकड़े हुए नजर आ रहे हैं. हमने हमेशा अंबेडकर जी का सम्मान किया है. कांग्रेस ने अंबेडकर के खिलाफ साजिश रची. कांग्रेस हमें एक काम बताए जो उन्होंने बाबा साहेब जी के लिए किया है.”विपक्षी सदस्यों की ओर से अंबेडकर का कथित रूप से अपमान करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से माफी की मांग भी की गई. वहीं, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी ने हमेशा अंबेडकर का अपमान किया और उन्हें चुनाव में भी हराया. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने हमेशा अंबेडकर का अपमान किया है, और हमने हमेशा उनका सम्मान किया है.इस बीच राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “उन्होंने (अमित शाह) बाबा साहेब अंबेडकर और संविधान का अपमान किया है. मनुस्मृति और आरएसएस की उनकी विचारधारा यह साफ करती है कि वह अंबेडकर के संविधान का सम्मान नहीं करना चाहते हैं. हम इसकी निंदा करते हैं और उनके इस्तीफे की मांग करते हैं. उन्हें देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. उन्हें अपने पद से इस्तीफा भी दे देना चाहिए.”इससे पहले अमित शाह बयान को लेकर सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे. सदन में उन्होंने जय भीम के नारे भी लगाए. हंगामे की वजह से संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ गई.संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में अंबेडकर के पोस्टर के साथ प्रदर्शन किया. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे सहित कई विपक्षी सांसदों ने कल मंगलवार को संविधान पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में अमित शाह के भाषण के खिलाफ प्रदर्शन किया.संसद से बाहर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “डॉ. बीआर अंबेडकर संविधान के निर्माता हैं, उन्होंने संविधान बनाया है, ऐसी परिस्थिति में जिस तरह से गृह मंत्री अमित शाह ने अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है वो अक्षम्य है. कांग्रेस के लोग डॉ. अंबेडकर का अपमान नहीं सहेंगे.”एक अन्य कांग्रेस सांसद केएल शर्मा ने कहा, “कल जो अमित शाह ने राज्यसभा में भाषण दिया है उसी को लेकर आज कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने विरोध प्रदर्शन किया.”