कोरोना ने फिर से ली भयावह रूप,पिछले 24 घंटों में 602 नए मामले आए सामने

 कोरोना ने फिर से ली भयावह रूप,पिछले 24 घंटों में 602 नए मामले आए सामने
Sharing Is Caring:

देश में एक बार फिर से कोरोना डराने लगा है. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 602 नए मामले सामने आए हैं जबकि इससे वायरस के कारण पांच लोगों की मौत हुई है. इसी के साथ देश में कोरोना के कुल एक्टिव मामलों की संख्या 4440 हो गई है. मंगलवार को भारत में कोरोना के 573 मामले दर्ज किए गए थे. देश में कोरोना के साथ-साथ इसके सब वेरिएंट JN.1 के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है.मंगलवार को JN.1.के 312 मामले सामने आए थे. कोरोना का यह नया वेरिएंट 10 राज्यों में फैल चुका है. केरल से इसके सबसे अधिक मामले सामने आए हैं. केरल में मंगलवार को JN.1 के 147 मामले सामने आए थे. इसके अलावा गोवा से 51, गुजरात से 34, महाराष्ट्र से 26, तमिलनाडु से 22, दिल्ली से 16, कर्नाटक से 8, राजस्थान से 5, तेलंगाना से 2 और ओडिशा से एक मामले सामने आए हैं.इंसाकोग (INSACOG) के मुताबिक, दिसबंर 2023 में कोरोना के 279 मामले JN.1 सब वेरिएंट से जुड़े थे. नवंबर में ऐसे मामलों की संख्या 33 थी. डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के JN.1 सब वैरिएंट के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच इसे वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट बताया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि यह वेरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है।

IMG 20240103 WA0014

मगर दुनिया में इसका तेजी से प्रसार हो रहा है.बता दें कि मंगलवार को पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना वायरस के 573 नए मामले सामने आए थे. पिछले 24 घंटे में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. सोमवार को 636 मामले आए थे. बता दें कि 21 से 27 दिसंबर के दौरान देश में कोरोना के 4452 केस आए थे.बता दें कि चार साल में देशभर में कोरोना से करीब 4.5 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं. 5.3 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.81 फीसदी है. बता दें कि देश में 2020 के फरवरी में कोरोना का पहला मामला सामने आया था. इसके बाद भारत में इसकी लहर आ गई.अगर कोरोना के JN.1 वेरिएंट की बात करें तो इसके संक्रमितों में फ्लू जैसे लक्षण ही दिख रहे हैं. मरीजों को खांसी, बुखार और जुकाम की शिकायत हो रही है. सांस लेने में परेशानी के मामले नहीं दिख रहे हैं. अस्पतालों में वही मरीज भर्ती हो रहे हैं, जिन्हें पहले से कोई दूसरी गंभीर बीमारी है. मौतें भी उन लोगों की हो रही है जिनको लिवर, किडनी या हार्ट की गंभीर बीमारी है।

Comments
Sharing Is Caring:

Related post