45 देशों में तख्तापलट की महामारी शुरू,अफ्रीका का वो काला इतिहास जिसमें सरकारें गिराना बच्चों जैसा खेल
तख्तापलट की घटनाएं नया इतिहास लिखती हैं, लेकिन अफ्रीका के मामले में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, क्योंकि यहां का इतिहास ही ऐसा रहा है. हाल में अफ्रीकी देश नाइजर में हुई तख्तापलट की घटना इस पर मुहर लगाती है. अब यहां के हालात और बिगड़ रहे हैं. जंग की स्थिति बन गई है. नाइजर और दूसरे अफ्रीकी देशों ने यूरोप को गोल्ड और यूरोनियम की सप्लाई बंद करने का ऐलान किया. विद्रोह तेवर देखते हुए नाटो ने अफ्रीकी देशों को सीधी चेतावनी दे दी है.नाटो ने नाइजर के साथ विरोध करने वाले अफ्रीकी देशों पर कई तरह के सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं. नाइजर में हुआ तख्तापलट देश की अर्थव्यस्था को कैसे तोड़ेगा, इसका असर दिखना शुरू हो गया. दुनिया में सबसे ज्यादा तख्तापलट अफ्रीकी देशों में हुए. पिछले 75 सालों में यहां सबसे ज्यादा 214 तख्तापलट की कोशिशे हुईं. इसमें से 106 कोशिशें सफल हुईं. दरअसल आपको बताते चलें कि सिर्फ पिछले डेढ साल के इतिहास में अफ्रीकी महाद्वीप में तख्तापलट की घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. यहां के बुर्किना फासो, सूडान, गिनी, चाड और माली में सेना ने कब्जा किया. अक्टूबर 2021 में सूडान के तख्तापलट के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे तख्तापलट की महामारी बताया है. उन्होंने कहा, कुछ सैन्य नेताओं को लगता है कि उन्हें पूरी छूट है और वे जो चाहें कर सकते हैं क्योंकि उन्हें कुछ नहीं होगा.