पटना में घाटों पर देर रात से हीं उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़,आज सुबह से हीं भक्तों ने गंगा नदी में डुबकी लगाकर की पूजा-अर्चना
हिंदी महीने का सबसे पवित्र महीना कार्तिक माह का आज (सोमवार) पूर्णिमा है. आज के दिन को हिंदू धर्मावलंबी बहुत पवित्र मानते हैं. आज गंगा स्नान (Ganga Snan) का विशेष महत्व है. गंगा नहान (Ganga Nahan) के साथ लोग दान भी करते हैं. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नहान के लिए पटना में रविवार (26 नवंबर) की रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई थी. दूर-दूर से महिला-पुरुष गंगा किनारे स्थित घाट पर पहुंच गए थे. सोमवार (27 नवंबर) की सुबह भक्तों ने गंगा नदी में डुबकी लगाकर भगवान की आराधना कर पूजा की.कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है. इसकी गाथा पौराणिक ग्रंथों में भी है।
पटना के राम जानकी मंदिर के पुजारी रामसुंदर शरण ने बताया कि शिव पुराण के अनुसार भगवान भोलेनाथ ने आज के दिन त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था. इससे आकाश और पाताल के लोग काफी खुश हुए थे. इस खुशी में सभी देवी देवता धरती पर विराजमान हुए थे. खुशी में गंगा स्नान किया था. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन सभी देवी-देवता गंगा में स्नान करने के लिए पहुंचते हैं और धरती पर विराजमान रहते हैं.रामसुंदर शरण ने बताया कि आज के दिन को देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है. भक्त लोग देवताओं की धरती पर विराजमान होने पर उनके स्वागत के लिए दीप जलाते हैं. ऐसी मान्यता है की कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करके जो कुछ भी सच्चे मन से लोग मांगते हैं उनकी मुरादे पूरी होती हैं. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दीपदान जरूर करना चाहिए।