लोकसभा में आज दिल्ली अध्यादेश पर होगी चर्चा,भाजपा ने अपने सांसदों को जारी किया व्हिप
संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है। विपक्षी दल जहां सदन में पीएम मोदी के बयान की मांग पर अड़े हैं तो वहीं सरकार चर्चा की बात कह रही है। हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ रहा है। इस बीच बीते दिन सरकार ने लोकसभा में दिल्ली सेवा अधिकार से संबंधित राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली क्षेत्र सरकार संशोधन विधेयक-2023 पेश किया। विधेयक पर आज सदन में चर्चा होगी, जिसके लिए भाजपा ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी किया है। वही दूसरी बता दें कि इधर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फुल एक्शन में हैं. उन्होंने बुधवार को दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सांसदों के साथ बैठक की. प्रधानमंत्री ने मीटिंग में सांसदों से गरीबों के लिए काम करने को कहा. साथ ही बोला कि गरीबों के लिए काम करने से हमें वोट हासिल होगा. वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों से दिल्ली की गद्दी पर कौन बैठेगा यह तय होता है। इसलिए भाजपा यूपी सभी सीटों पर फोकस कर रही है। वहीं लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के हाथ से खिसक गई 14 लोकसभा सीटों पर भी पार्टी की नजर हैं। आने वाले चुनाव में पार्टी इन सीटों पर भी भाजपा का परचम लहराना चाहती है। विपक्ष ने जहां लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आइएनडीआए गंठबंधन तैयार किया है वहीं भाजपा भी पूरी ताकत के साथ तैयारियों में जुटी है। वही दूसरी तरफ बता दें कि इधर लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरे दमखम के साथ अपनी तैयारियों में जुट गई है. बीजेपी का फोकस उत्तर प्रदेश पर है, क्योंकि 2014 और 2019 में देश की सत्ता में काबिज होने में इसी राज्य की अहम भूमिका रही है. पीएम मोदी पूर्वांचल के काशी से सांसद हैं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी इसी इलाके के गोरखपुर से आते हैं. यही वजह है कि बीजेपी के लिए पूर्वांचल काफी अहम हो जाता है, जिसके चलते ही पार्टी ने अपने दुर्ग को बचाए रखने के लिए जातीय आधार वाले दलों के साथ हाथ मिलाया है. ऐसे ही दक्षिण भारत में भी बीजेपी अपने सियासी समीकरण को मजबूत करने में जुटी है. इसी कड़ी में अब एनडीए सांसदों के साथ मंथन का सिलसिला भी शुरू हो गया है.