जनता पर महंगाई का डबल अटैक: पहले टमाटर-दाल की कीमतों ने जेब में आग लगाई अब चावल की बारी आई
देश में खाने-पीने की वस्तुओं के दाम इस कदर बढ़े हैं कि आम आदमी का जीना दुश्वार हो गया है. क्या तो टमाटर-नींबू और क्या ही दाल सबकी कीमतें आसमान छू रही हैं. अब चावल का नंबर है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल की कीमतें 11 साल की ऊंचाई पर पहुंच गई हैं और अब ये भारत में भी रंग बदल सकती हैं. ऐसे में कहीं ये ना हो कि आपको ‘बिरयानी’ बिना चावल के खानी पड़े? हालांकि आपको जानकारी देते चले कि देश में गैस सिलेंडर हो या पेट्रोल डीजल की कीमत हो सभी के दामों में आग लग गई है।दरअसल इस साल अल-नीनो की स्थिति बनने से भारत में बरसने वाले मानसून पर संकट है. इसका असर खेती-किसानी पर पड़ रहा है. इससे चावल की पैदावार प्रभावित होने का अनुमान है. भारत दुनिया के बड़े चावल एक्सपोर्टर में से एक है, और अन्य सामानों के साथ इस तरह चावल के दाम बढ़ना एशिया और अफ्रीका के गरीब तबके की थाली से चावल गायब कराने या उन्हें ज्यादा पैसा देने पर मजबूर कर सकता है.